नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर लगाया नया आरोप,नाबालिग की उम्र में ही मिला था बार लाइसेंस
मुंबई, 19 नवंबर। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने शुक्रवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो अधिकारी समीर वानखेड़े पर एक नया आरोप लगाया है। नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े और उनके परिवार ने 'मुस्लिम' होने के नाते सिर्फ जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए ही नहीं बल्कि कई अनियमितताओं में लिप्त रहे हैं।

शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में नवाब मलिक ने दावा किया कि समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े जो आबकारी विभाग में थे, उन्हें 1997 में समीर वानखेड़े के नाम पर लाइसेंस मिला था। "1997 में, समीर वानखेड़े एक वयस्क भी नहीं थे। वह 17 साल के थे और उस समय बार अवैध लाइसेंस प्राप्त किया था। मंत्री ने दस्तावेज जारी किए जिसमें एक बार और रेस्तरां पंजीकृत दिखाया गया है।
बता दें मुंबई उच्च न्यायालय 22 नवंबर को समीर वानखेड़े के पिता द्वारा मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ निषेधाज्ञा की मांग करने वाली याचिका पर एक आदेश पारित करेगा। इससे पहले शुक्रवार को नवाब मलिक ने कहा कि वानखेड़े के खिलाफ तीन आरोप हैं, जिसकी वजह से वो अपनी नौकरी खो देंगे। जिसमें सबसे पहला आरोप आर्यन खान के मामले में जबरन वसूली का है। दूसरा सरकारी नौकरी के लिए जाति प्रमाण पत्र बनाने का है और तीसरा बार चलाकर जानकारी छुपाने का है। वानखेड़े ने सरकार को आय को किराए के रूप में दिखाया है, जबकि उनके नाम पर एक बार धड़ल्ले से चल रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक समीर वानखेड़े ने सफाई दी है कि उन्होंने बार के बारे में जानकारी कभी नहीं छिपाई। वानखेड़े ने कहा कि उन्होंने अपने आयकर रिटर्न में उस संपत्ति से आय का उल्लेख किया है और सरकारी सेवा में शामिल होने के बाद, उनके पिता के पास संपत्ति की अटॉर्नी का पॉवर है।
नवाब मलिक ने कहा कि उनकी पार्टी मामले को आगे बढ़ाएगी और वानखेड़े परिवार द्वारा की जा रही "अवैध" गतिविधियों का पर्दाफाश करेगी।इससे पहले, नवाब मलिक ने दावा किया था कि वानखेड़े दुबई गए थे और जबरन वसूली की थी, जिसका वानखेड़े ने खंडन किया और कहा कि वह कभी दुबई नहीं गए। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि नवाब मलिक के ट्विटर पर किए गए ऐलान का समीर वानखेड़े से कुछ लेना-देना है या नहीं'!
नवाब मलिक ने एक ट्वीट में यह भी कहा कि वह वानखेड़े दुबई की यात्रा पर हैं। मंत्री ने ट्वीट किया, "मैं 24 नवंबर 2021 को भारत वापस आऊंगा। सभी सरकारी एजेंसियों से अनुरोध है कि वे मुझ पर नजर रखें और मेरी गतिविधियों पर नजर रखें।"