Navy Day: क्यों हर साल 4 दिसंबर को ही मनाते हैं नेवी डे, 71 में पाकिस्तान के साथ हुई जंग के साथ है कनेक्शन
मुंबई। भारतीय सेना और वायुसेना की तुलना में शायद आप भारतीय नौसेना (इंडियन नेवी) के बारे में कम बातें करते हैं। चार दिसंबर को इंडियन नेवी अपना 48वां नेवी डे या नौसेना दिवस मना रही है। नेवी डे का इतिहास अगर आप टटोलेंगे तो आपको सन् 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई तीसरी जंग का जिक्र मिलेगा। इस जंग ने अगर भारत को दुनिया के नक्शे पर नई पहचान दी तो वहीं दुनिया को दिखा दिया कि इंडियन नेवी कितनी ताकतवर है और वह क्या कर सकती है। आजादी के बाद हुए इस तीसरे युद्ध में इंडियन नेवी ने मोर्चा संभाला और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया था।
चार दिसंबर को नेवी ने संभाला मोर्चा
तीन दिसंबर 1971 को भारत और पाक के बीच जंग का ऐलान हुआ। चार दिसंबर को इंडियन नेवी ने अपना मोर्चा संभाल लिया। इंडियन नेवी ऑपरेशन ट्राइडेंट की शुरुआत की। नेवी ने पाकिस्तान स्थित कराची के बंदरगाह पर बम बरसाने शुरू किए।चार और पांच दिसंबर तक इंडियन नेवी ने पाक को मुंहतोड़ जवाब दिया। उस युद्ध के बाद हर वर्ष इंडियन नेवी के योगदान को सराहने और देशवासियों को नेवी की अहमियत बताने के लिए ही नेवी डे की शुरुआत की गई।
एंटी-शिप मिसाइल से हमले
ऑपरेशन ट्राइडेंट ही वह पल था जब इंडियन नेवी ने पहली बार एंटी-शिप मिसाइलों को कराची के नेवल हेडक्वार्टर पर बम बरसाने शुरू किए। ऑपरेशन ट्राइडेंट में इंडियन नेवी के विद्युत क्लास की मिसाइल नाव आईएनएस निपट,आईएनएस निरघट और आईएनएस वीर शामिल थे।
58,000 सैनिकों वाली नेवी
इंडियन नेवी ने दो एंटी-सबमरीन और एक टैंकर के साथ यह ऑपरेशन शुरू किया था। पांच पाकिस्तानी नाविकों और 700 नागरिक घायल हो गए थे।ऑपरेशन ट्राइडेंट को इंडियन नेवी के सबसे सफल ऑपरेशन में से एक माना जाता है। इंडियन नेवी की ताकत 58,000 सैनिकों से भी ज्यादा की है।
इंडियन नेवी की ताकत
इंडियन
नेवी
के
ऑपरेशन
फ्लीट
की
ताकत
कुछ
इस
तरह
से
है।
एयरक्राफ्ट
कैरियर-2
एम्फीबियस
एयरक्राफ्ट-2
लैंडिंग
शिप
टैंक्स-9
डेस्ट्रॉयर-10
फ्रिगेट्स-15
परमाणु
ताकत
वाली
पनडुब्बी-1
पारंपरिक
ताकत
से
लैस
पनडुब्बी-14
लड़ाकू
जलपोत-25
गश्ती
पोत-47
फ्लीट
टैंकर-4
टारपीडो
रिकवरी
पोत-1
फ्यूल
देने
वाले
जहाज-3
मददगार
जहाज-3
रिसर्च
एंड
सर्वे
पोत-3
ट्रेनिंग
पोत-3
टगबोट्स-11