Navratri Guidelines: ओडिशा-एमपी में दुर्गा पूजा के लिए जारी हुई गाइडलाइन, सख्ती से करना होगा पालन
नई दिल्ली। इस बार शारदीय नवरात्रि 17 अक्टूबर से प्रारंभ हो रही हैं, अधिमास होने की वजह से इस बार मां दु्र्गा का उत्सव पितृपक्ष ख्त्म होने के एक महीने बाद शुरू होगा, हालांकि इस बार कोरोना महामारी की वजह से दुर्गाउत्सव पर भव्य आयोजन नहीं होंगे लेकिन फिर भी एमपी की शिवराज सरकार ने कुछ गाइडलाइन के तहत दुर्गा उत्सव का आयोजन करने का फैसला किया है लेकिन इस दौरान सभी को सख्ता से दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। मालूम हो कि इस बार 17 से 25 अक्टूबर तक नवरात्रि रहेगी और 26 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा, जबकि 14 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी।
क्या है गाइडलाइन
- दिशा निर्देश के मुताबिक अब मां अंबे की झांकी लगाई जा सकती है।
- झांकी के पांडाल में लोगों की भीड़ पर पाबंदी होगी।
- लोगों को पांडाल में आते वक्त शारीरिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजर का उपयोग अनिवार्य रूप से करना होगा।
- दुर्गा की मूर्ति और विसर्जन को लेकर गाइडलाइन अलग से जारी की जाएगी।
- झांकियों में भीड़ न लगे, इसका आयोजकों को विशेष ध्यान रखना होगा।
- हालांकि राज्य में लॉकडाउन नहीं रहेगी लेकिन आयोजकों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
- प्रत्येक व्यक्ति को प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
- जागरूकता और सतर्कता बेहद जरूरी है।
एमपी की सरकार के बाद ओडिशा सरकार ने भी दुर्गापूजा और कालीपूजा के लिए गाइडलाइन जारी की है जो कि निम्नलिखित है
- दुर्गापूजा के लिए आयोजकों को जिला मजिस्ट्रेट से आवश्यक अनुमति लेनी होगी।
- पूजा पंडालों में मूर्ति का आकार 4 फीट से कम होगा।
- पंडालों में किसी भी वक्त 7 लोगों से ज्यादा लोग उपस्थित नहीं होंगे।
- पंडाल में उपस्थित लोगों को प्रशासन द्वारा जारी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सभी जरूरी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
- पूजा के बाद कोई विसर्जन जुलूस नहीं निकलेगा।
- मूर्तियों को स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाए गए कृत्रिम तालाबओं में विसर्जित किया जाएगा।
- कोई गीत-संगीत या कोई अन्य मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा।
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