इस्तीफा देते ही सिद्धू को मिला ऑफर, 'हमारी पार्टी में आओ, सीएम का चेहरा बनाएंगे'
इस्तीफा देते ही सिद्धू को इस पार्टी से मिला ऑफर, 'हमारी पार्टी में आओ, सीएम का चेहरा बनाएंगे'
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद पार्टी में सियासी घमासान तेज हो गया है। पोर्टफोलियो बदले जाने से नाराज सोमवार को सिद्धू ने अपना इस्तीफा पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को भेज दिया। इससे पहले उन्होंने ट्विटर पर अपना इस्तीफे दिए जाने की जानकारी दी थी। सिद्धू के इस्तीफे पर सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान उन्हें अहम मंत्रालय ही दिया गया था और उनका सिद्धू से किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। वहीं, इस मामले के बाद प्रदेश की सियासी सरगर्मियां भी बढ़ गई हैं। इस्तीफे के बाद सिद्धू को सीएम का चेहरा बनाए जाने का ऑफर मिला है।
इस पार्टी ने दिया सिद्धू को ऑफर
पंजाब कैबिनेट से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफा देने के बाद लोक इंसाफ पार्टी (लोकपा) के अध्यक्ष और विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा, 'हम नवजोत सिंह सिद्धू जी से अपील करते हैं कि वो हमारी पार्टी में आएं। कांग्रेस में ईमानदार लोगों की कद्र नहीं है। हम 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू को मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में अपनी पार्टी का चेहरा बनाएंगे। नवजोत सिंह सिद्धू को साथ लेकर हम पंजाब की जनता की उम्मीदों को पूरा करेंगे। उन्होंने अपना इस्तीफा सीएम को भेज दिया है, क्योंकि कांग्रेस में ईमानदार लोगों का दम घुटता है। नवजोत सिंह सिद्धू को केवल मंत्रिमंडल से ही इस्तीफा नहीं देना चाहिए, बल्कि उन्हें कांग्रेस से भी इस्तीफा देना चाहिए।'
सिद्धू के इस्तीफे पर अमरिंदर ने क्या कहा
वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, 'उनके साथ मेरा कोई विवाद या मसला नहीं है। बल्कि वास्तव में तो, मंत्रिमंडल के फेरबदल में मैंने उन्हें बेहद अहम मंत्रालय ही दिया था। कैबिनेट छोड़ने का फैसला उनका अपना फैसला है। मुझे बताया गया है कि उन्होंने अपना इस्तीफा मेरे कार्यालय में भेजा है। मैं पहले उसे देख लूं और उसके बाद तय करेंगे कि इस मामले में क्या किया जाना चाहिए। मैंने कभी उनकी पत्नी नवजौत कौर का विरोध नहीं किया, बल्कि वो मैं ही था, जिसने राहुल गांधी जी से सिफारिश की थी कि उन्हें बठिंडा से लोकसभा का चुनाव लड़वाया जाए। और वो नवजोत सिंह सिद्धू थे, जिन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी बठिंडा से नहीं बल्कि चंडीगढ़ से चुनाव लड़ेंगी। अब यह तो पार्टी तय करती है कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा।'
'उनके निर्णय पर सवाल नहीं उठा सकते'
गौरतलब है कि सिद्धू के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस के अंदर भी हलचल बढ़ गई है। भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो इस बात को सुनकर हैरान हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, 'पंजाब कैबिनेट से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे की खबर सुनकर मैं काफी हैरान हूं। वो एक बेहतरीन स्पोर्ट्समैन रहे हैं और साथी ही एक लोकप्रिय नेता भी हैं। इन सबसे ऊपर वो एक अद्भुत इंसान और मेरे एक अच्छे दोस्त भी हैं। हालांकि हम उनके निर्णय पर सवाल नहीं उठा सकते हैं, लेकिन निश्चित रूप से इस दुर्भाग्यपूर्ण कदम को हल करने की दिशा में जल्द ही उपाय की उम्मीद करेंगे और प्रार्थना करेंगे... जय हिंद!'
सिद्धू ने ट्विटर पर शेयर किया इस्तीफा
इससे पहले रविवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्विटर पर अपना इस्तीफा दिए जाने की जानकारी शेयर की। इस इस्तीफे को कैबिनेट में उनके पोर्टफोलियो बदलने के ठीक चार दिन बाद भेजा गया था। 10 जून को भेजे गए इस इस्तीफे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को संबोधित किया गया है। सिद्धू ने इस्तीफे की कॉपी अपलोड करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'मैं पंजाब मंत्रिमंडल के मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं।' उनके इस्तीफे पर उनके दिल्ली जाकर राहुल गांधी से मुलाकात करने के एक दिन बाद की तारीख पड़ी हुई है। अपना पोर्टफोलियो बदले जाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली जाकर राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद कल यानी सोमवार को सिद्धू ने अपना इस्तीफा पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी भेज दिया।
लोकसभा चुनाव से चल रहा सिद्धू-अमरिंदर में विवाद
आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वॉइन की थी। इसके बाद से ही पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनका विवाद चल रहा था। यह विवाद 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान खुलकर सामने आ गया। दरअसल, नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजौत कौर को पंजाब की अमृतसर सीट से कांग्रेस का टिकट नहीं दिया गया। इसके बाद नवजौत कौर ने आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के इशारे पर उनका टिकट काटा गया है। इस मामले में विवाद बढ़ा तो नवजोत सिंह सिद्धू की प्रतिक्रिया भी सामने आई और उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी झूठ नहीं बोलेंगी। इस बयान को लेकर लोकसभा चुनावों के नतीजों से ठीक पहले सीएम अमरिंदर सिंह ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू शायद सीएम बनना चाहते हैं और उनकी जगह लेना चाहते हैं, इसलिए वे कुछ भी कहते हैं। वहीं, लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पंजाब में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन ना करने पाने के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को ही जिम्मेदार ठहराया।
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