गोवा: नौसेना के ऑफिसर्स की वजह से बड़े हादसे का शिकार होने से बची स्पाइसजेट की फ्लाइट
पणजी। गोवा में मंगलवार को स्पाइसजेट की एक फ्लाइट शिकार होने से बच गई। इंडियन नेवी के एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने आईएनएस हंसा पर एक बड़े हादसे को होने से रोक लिया। नेवी की तरफ से एक आधिकारिक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई है। घटना सुबह की है और रनवे कंट्रोलर और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ऑफिसर की अलर्टनेस की वजह से सैंकड़ों यात्रियों की जिंदगी बच सकी।
सुबह होनी थी लैंडिंग
17 दिसंबर की सुबह स्पाइसजेट की फ्लाइट एसजी 3568 गोवा के डाबोलिम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग के लिए रेडी थी। इसी समय रनवे कंट्रोलर रमेश टिग्गा, लीडिंग एयरमैन (एयर हैंडलर) का ध्यान तकनीकी खामी की तरफ गया। उन्होंने देखा की नोज लैंडिंग गियर वहां पर था ही नहीं। रनवे कंट्रोलर ने तुरंत ही एटीसी टावर को अलर्ट भेजा। यहां पर ड्यूटी पर लेफ्टिनेंट कमांडर हरमीत कौर थे। उन्होंने एयरक्राफ्ट को इस बात की जानकारी दी और लैंडिंग को रोकने और फिर दूसरा प्रयास करने को कहा।।
तीसरे प्रयास में हो सकी लैंडिंग
लैंडिंग का दूसरा प्रयास भी सफल नहीं हो सका और तीसरे प्रयास में जब लैंडिंग गियर आया तब जाकरएयरक्राफ्ट की लैंडिंग हो सकी। फ्लाइट सुबह आठ बजकर पांच मिनट पर लैंड हो सकी। लैंडिंग के समय हर तरह की इमरजेंसी और दूसरी सुरक्षा सेवाएं वहां पर मौजूद थीं। नेवल एयर ट्रैफिक और सेफ्ट सर्विसेज की अलर्टनेस की वजह से गोवा में एक बड़ा विमान हादसा टल गया। डाबोलिम, गोवा का इकलौता एयरपोर्ट है। यह एयरपोर्ट, नेवी के बेस आईएनएस हंसा से संचालित होता है। एयरपोर्ट का प्रयोग मिलिट्री और असैन्य दोनों ही सर्विसेज के लिए किया जाता है।