कांग्रेस नेता नटवर सिंह बोले- CWC की बैठक महज औपचारिकता थी, सोनिया गांधी 21 साल से पार्टी की फुल टाइम बॉस
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह रविवार को कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक महज एक औपचारिकता थी, क्योंकि सोनिया गांधी 21 सालों से पार्टी की पू्र्णकालिक अध्यक्ष हैं।
नई दिल्ली, 17 अक्टूबर। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह रविवार को कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक महज एक औपचारिकता थी, क्योंकि सोनिया गांधी 21 सालों से पार्टी की पू्र्णकालिक अध्यक्ष हैं। मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष का अगला चुनाव सितंबर 2022 में होगा। पार्टी अध्यक्ष के लिए कोई रिक्ति नहीं थी। सोनिया गांधी ही पार्टी की बॉस हैं। वह 21 साल से पार्टी की बागडोर संभाल रही हैं। उन्होंने कहा कि शनिवार को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला।
शोर मचाने वाले नेता बैठक के दौरान मौन रहे
नटवर सिंह ने कहा कि इस बैठक में कोई परिणाम नहीं निकलना था, क्योंकि बैठक में शोर मचाने वाले सदस्य ही बैठक के दौरान चुप रहे। यह पूछे जाने पर कि क्या अगले साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी के नेताओं को एकजुट करने के लिए कांग्रेस ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को मिलकर काम करना चाहिए अन्यथा वह राजनीति में भाजपा से पीछे रह जाएगी और अगर ऐसा ही चलता रहा तो वह पीछे हो जाएगी।
एक
से
ज्यादा
राज्य
में
चुनाव
नहीं
जीतेगी
कांग्रेस
नटवर
सिंह
ने
कहा
कि
पिछले
चुनावों
में
कांग्रेस
का
जिस
तरह
से
प्रदर्शन
रहा
है,
वह
विधानसभा
चुनावों
में
पांच
में
से
एक
से
अधिक
राज्यों
में
चुनाव
नहीं
जीतेगी।
उन्होंने
कहा
कि
मुझे
नहीं
लगता
कि
पार्टी
एक
से
अधिक
राज्यों
में
चुनाव
जीत
पाएगी
क्योंकि
पार्टी
के
पास
संगठन
नहीं
है...लेकिन
यह
भी
सत्य
है
कि
कांग्रेस
के
अलावा
कोई
और
पार्टी
विपक्ष
का
रोल
नहीं
निभा
सकती
है।
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क्या है सीडब्ल्यूसी
बता दें कि सीडब्ल्यूसी कांग्रेस पार्टी की सर्वोच्च संस्था है तो पार्टी अध्यक्ष के चुनाव सहित कई अन्य मुद्दों पर फैसला करती है। मालूम हो कि पिछले साल अगस्त में कांग्रेस पार्टी के 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठनात्मक सुधार की मांग की थी। इससे पहले इन 23 नेताओं में शामिल कपिल सिब्बल ने कहा था कि पार्टी के नेताओं को यह पता ही नहीं है कि पार्टी में निर्णय कौन ले रहा है, क्योंकि पार्टी का कोई अध्यक्ष ही नहीं है। बता दें कि राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से हटने के बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था।