देश में बदल गया महिला-पुरुषों का आदर्श वजन, जानिए क्या है नया आइडियल वेट
नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों में देश के अंदर लोगों के खान-पान के साथ-साथ लाइफस्टाइल में भी काफी बदलाव आया है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (एनआईएन) ने 28 सितंबर को देश की खानपान आदतों पर एक रिपोर्ट जारी की है। इसके साथ ही भारतीय पुरूषों और महिलाओं के आदर्श वजन और लंबाई में परिवर्तन किया है। यानी देश के लोगों का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) अब बदल गया है।
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वजन के पैमाने में 5 किलो और जोड़ा
साल 2010 में भारतीय पुरूषों के लिए वजन का मानक 60 किलो था। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन ने उसे बढ़ाकर 65 किलो कर दिया गया है। जबकि, साल 2010 में महिलाओं का आदर्श वजन का मानक 50 किलो था, जो बढ़कर 55 किलो हो गया है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन ने वजन के पैमाने में 5 किलो और जोड़ा है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन ने भारतीय महिलाओं और पुरुषों की लंबाई को भी बढ़ा दिया है।
लंबाई में भी किया बदलाव
एक दशक पहले भारतीय पुरुषों की ऊंचाई 5 फीट 6 इंच थी वहीं महिलाओं की हाइट 5 फीट थी। लेकिन 2020 में महिलाओं और पुरुषों की हाइट भी बढ़ाई गई है। नए रेफरेंस के तहत अब भारतीय पुरुषों की ऊंचाई बढ़कर 5 फीट 8 इंच कर दी गई है जबकि महिलाओं की हाइट बढ़ाकर 5 फीट 3 इंच कर दी गई है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन के वैज्ञानिकों ने बताया कि भारतीय लोगों के बीएमआई में बदलाव इसलिए किया गया है क्योंकि देश के लोगों में पोषक खाद्य पदार्थों के सेवन में बढ़ोतरी हुई है। इस साल के डेटा में ग्रामीण इलाकों को भी शामिल किया गया है। 2020 में किया गया सर्वे अब तक किए गए सभी सर्वों में सबसे बड़ा है। इसमें वैज्ञानिकों के पैनल ने पूरे देश से डाटा लिया है।
रेफरेंस एज को भी बदला
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन ने महिलाओं और पुरुषों के रेफरेंस एज को भी बदला है। इसे 2010 के 20-39 की जगह अब 19-39 कर दिया गया है। वैज्ञानिकों ने बताया कि 1989 की विशेषज्ञ कमेटी ने केवल बच्चों और किशोरों का ही वजन और लंबाई को शामिल किया था। 2010 की दूसरी विशेषज्ञ कमेटी ने केवल 10 राज्यों के नमूने ही लिए थे। दोनों कमेटी पुरुषों के रेफरेंस वजन 60 किलो और महिलाओं में 50 किलो माना था।
रिपोर्ट में माय प्लेट की सिफारिश
पहली बार अलग-अलग फूड ग्रुप्स से कुल एनर्जी, प्रोटीन, फैट्स और कार्बोहाइड्स का योगदान बताया गया है। इसमें दो राष्ट्रीय स्तर के सर्वे डेटा का इस्तेमाल किया गया है। रिपोर्ट में माय प्लेट की सिफारिश की गई है। आपकी थाली में फूड्स का सही अनुपात क्या होना चाहिए, यह बताया है। इससे इम्यून फंक्शन मजबूत होगा। डाइबिटीज, हायपरटेंशन, कोरोनरी हार्ट डिसीज, स्ट्रोक, कैंसर, आर्थराइटिस आदि बीमारियों से बचा भी जा सकता है। इसके लिए आपकी थाली में 45% कैलोरी/एनर्जी का सोर्स अनाज होना चाहिए। 17% कैलोरी/एनर्जी दालों और फ्लैश फूड्स और 10% कैलोरी/एनर्जी दूध और दूध के प्रोडक्ट्स से मिलना चाहिए। फैट इनटेक 30% या उससे कम होना चाहिए। इसके अनुसार रोज 40 ग्राम फाइबर-युक्त भोजन सेफ है। 5 ग्राम आयोडिन या नमक और 2 ग्राम सोडियम की इनटेक लिमिट तय की गई है। 3,510 मिलीग्राम पोटेशियम भी शरीर में न्यूट्रिशनल वैल्यू जोड़ेगी। सीडेंटरी, मॉडरेट और हेवी एक्टिविटी वाले पुरुषों के लिए 25, 30 और 40 ग्राम फैट्स की सिफारिश की गई है। इसी तरह की एक्टिविटी वाली महिलाओं के लिए फैट्स के इनटेक 20, 25 और 30 ग्राम प्रतिदिन सेट किए गए हैं।
ये हैं आपको फिट और ट्रिम रखने के टिप्स
- आहार में ताजे फल और सब्जियां खूब खाएं। इनमें कैलोरी और वसा कम होती है। इनसे मिलने वाला उच्च फाइबर आपके वजन और स्वास्थ्य को सही रखता है।
- अपने सभी भोजन में प्रोटीन शामिल करें। यह भूख के हार्मोन को कम करने और कई संतृप्त हार्मोन को बढ़ावा देने में मदद करेगा, जिससे आपको वजन कम करने में मदद मिलेगी।
- नाश्ते को न छोड़ें, जो दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है और वजन घटाने के लिए आवश्यक है। शोध से पता चला है कि नियमित रूप से स्वस्थ नाश्ता खाने से आपको वजन कम करने या कम बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
- अपने डाईजेशन को ठीक रखने और विषाक्त पदार्थों के अपने शरीर से बाहर निकालने के लिए पूरे दिन पानी का खूब सेवन करें। कुछ लोग दावा करते हैं कि भोजन से पहले पानी पीने से उनकी भूख और कैलोरी की मात्रा कम हो जाती है, जिससे वजन कम होता है।
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