नसीरुद्दीन शाह बोले- भीड़ की हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों ने बहुत झेला है
नई दिल्ली। अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने रविवार को देश में मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर चिंता जताई। शाह ने ऐसी घटनाओं में मारे गए लोगों के परिवारों के पर के सदस्यों के साथ हर समय खड़े रहने की भी बात कही। मुंबई में 'स्टेट कंप्लिसिटी इन हेट क्राइम्स' नाम से आयोजित किए गए एक सेमिनार में बोलते हुए शाह ने कहा कि जो इन परिवारों ने सहा है, वो बहुत ज्यादा है।
इन लोगों ने बहुत दर्द झेला है
डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से आयोजित कार्यक्रम में नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि भीड़ की हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों ने बहुत दर्द झेला है। जो उन्होंने सहा वो सोचकर भी इंसान सिहर जाए। मैं पीड़ितों के परिवारों के साथ इस कार्यक्रम में होने में गर्व महसूस करता हूं और उनके साहस को सलाम करता हूं। मेरी सहानुभूति और मेरा साथ हमेशा इन लोगों के साथ रहेगा।
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हमें मिलने वाले ताने इनके दर्द का सामने कुछ भी नहीं
शाह ने कुछ समय पहले एक कार्यक्रम में अपने बयान के बाद खुद के लिए देशद्रोही जैसे कमेंट पर कहा, कुछ लोग मुझे देशद्रोही कहते हैं, कुछ मुझे पाकिस्तान जाने के लिए कहते हैं लेकिन ये ताने भीड़ के हमले का सामना करने वाले लोगों के दर्द की तुलना में कुछ भी नहीं है। इन लोगों ने हमसे कहीं ज्यादा मुश्किलों का सामना किया है। हमने उनकी मुश्किलों का दो फीसदी भी सामना नहीं किया है।
पहले भी हिंसा पर बोलते रहे हैं नसीर
नसीरुद्दीन शाह इससे पहले भी कई बार देश में भीड़ की हिंसा को लेकर बोल चुके हैं। बीते साल उन्होंने देश में हिंसी की घटनाओं पर कहा था, हालात ऐसे हो गए हैं कि बच्चों की सोचकर डर लगने लगा है। उनके इस बयान पर भाजपा, शिवसेना और कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने भारी विरोध जताया था। उनको कहा गया था कि देश में डर लगे तो वो पाकिस्तान चले जाएं लेकिन इस तरह के बयान दिए तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विरोधों के बीच फिर बोले नसीरुद्दीन शाह, कहा- ये देश मेरी मातृभूमि है, मैं कोई देशद्रोही नहीं हूं