वो 20 बातें जिसकी वजह से हिट हो गए PM मोदी
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले बार लाल किला से अपना भाषण दिया। 68वें स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से दिया गया उनका भाषण कई मायनों में यादगार रहा। मोदी के ना केवल अपने संबोधन से बल्कि अपनी बातों से भी लोगों का दिल जीत लिया। उन्होंने इस स्वंतत्रता दिवस के मौके पर ना केवल परंपराओं को तोड़ा, बल्कि बहुत कुछ ऐसा कर गए जो रिकॉर्ड बन गया। उन्होंने बिना किसी सुरक्षा ढाल के बेखौफ अंदाज में पूरी देश दुनिया के सामने अपनी बात रखी। पहले से तैयार भाषण को पढ़ने की परंपरा से हटते हुए मोदी ने धाराप्रवाह भाषण दिया। ट्विटर पर मोदी का यह भाषण छाया हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से करीब 1 घंटा 6 मिनट तक भाषण दिया। अपने भाषण में मोदी 20 ऐसी बातें कह गए जिनकी वजह से वो हिट हो गए। स्लाइड्स के जरिए जानिए 20 ऐसी बातें जिनकी वजह से हिट हो गए मोदी...
नहीं जानता कैसी होगी आलोचना
पहली बार लाल किले से बोलते हुए मोदी ने अपने भाषण में सफाई और महिलाओं के खुले में शौच जैसे मुद्दों को उठाया। मोदी ने इन बातों का जिक्र करते हुए कहा कि किसी को लगेगा 15 अगस्त का इतना बड़ा मौका है। लाल किले से सफाई की बात करना, लाल किले से टॉइलेट की बात करना, यह कैसा प्रधानमंत्री है। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता हूं मेरी कैसी आलोचना होगी, लेकिन मैं ये सब बातें मन से मानता हूं।
लोकतंत्र की ताकत है
मोदी ने कहा कि एक छोटे से शहर के गरीब परिवार के एक बालक ने आज लाल किले की प्राचीर पर भारत के तिरंगे झंडे के सामने सिर झुकाने का सौभाग्य प्राप्त किया। यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है, यह भारत के संविधान रचयिताओं की हमें दी हुई अनमोल सौगात है।
मेरा क्या और मुझे क्या
मोदी ने कहा कि आज देश की स्थिति गंभीर बनी हुई है। किसी के पास कोई भी काम लेकर जाओं से सामने वाले 'इसमें मेरा क्या?' इसी से शुरुआत करता हैं। जब उसको पता चलेगा कि इसमें उसका कुछ नहीं है, तो तुरंत बोलता है, 'तो फिर मुझे क्या?' मोदी ने कहा कि हमें 'ये मेरा क्या' और 'मुझे क्या', इस दायरे से हमें बाहर आना है।
चायवाले की बात पर अपनापन
मोदी ने एकबार फिर से चायवाले की बात करते हुए कहा कि जब कभी चायवाले की बात होती है तो उन्हें अपनापन महसूस होता है।
सोशल मीडिया पर छाए
मोदी ने कहा कि वह दिल्ली के लिए आउटसाइडर हैं। मोदी ने कहा कि मैं दिल्ली के लिए आउटसाइडर हूं। मैं यहां के कामकाज को नहीं जानता। मैं यहां की एलीट क्लास से बहुत अछूता रहा हूं। लेकिन एक बाहर के व्यक्ति ने, एक आउटसाइडर ने दिल्ली आ करके पिछले दो महीने में एक इनसाइडर व्यू लिया, तो मैं चौंक गया।
जातिवाद और संप्रदायवाद
मोदी ने सांप्रदायिक दंगों की बात करे हुए कहा कि आज़ादी के बाद भी कभी जातिवाद का ज़हर, कभी सम्पद्रायवाद का ज़हर। उन्होंने कहा कि अब बस। ये पापाचार कब तक चलेगा? किसका भला होता है? बहुत लड़ लिया, बहुत लोगों को काट लिया, बहुत लोगों को मार दिया, लेकिन अब बस।
'होती है', 'चलती है', से देश नहीं चलता
मोदी ने कहा कि होता है, चलता है इन सब बातों से देश नहीं चलता। उन्होंने अपील की कि देश में सरकारी अफसर समय पर दफ्तर जाएं।
बंदिश सिर्फ बेटियों पर क्यों
लाल किले से मोदी ने महिला सुरक्षा की बात उठाई तो वहीं समाज को नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि मां-बाप अपने बेटे से भी सवाल पूछे। वो कहां जा रहा है, क्यों जा रहा है, कौन दोस्त है? उन्होंने कहा कि आखिर बलात्कार करने वाला किसी न किसी का बेटा तो है।
बेटी को मां-बाप के लिए जीते देखा है
मोदी ने कहा कि मैंने ऐसे परिवार देखे हैं कि पांच बेटे हों, पांचों के पास बंगले हों, घर में दस-दस गाड़ियां हों, लेकिन बूढ़े मां-बाप ओल्ड एज होम में रहते हैं, वृद्धाश्रम में रहते हैं। मैंने ऐसे परिवार देखे हैं। मैंने ऐसे परिवार भी देखे हैं, जहाँ संतान के रूप में अकेली बेटी हो, वह बेटी अपने सपनों की बलि चढ़ाती है, शादी नहीं करती और बूढ़े मां-बाप की सेवा के लिए अपने जीवन को खपा देती है।
कंधे पर हल रखकर भी देखो
मोदी ने नक्सलियों से अपील की कि कंधे पर बंदूक ले कर आप धरती को लाल तो कर सकते हो, लेकिन कभी कंधे पर हल लेकर भी देखो। उन्होंने नक्सलियों से हिंसा छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि जब आपके कंधे पर हल होगी तो धरती पर हरियाली होगी।
काम के लिए ईमानदारी रखें
मोदी ने कहा कि सरकारी सेवा में जुड़े हुए लोग 'जॉब' नहीं कर रहे हैं, 'सेवा' कर रहे हैं, 'सर्विस' कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में लगे लोग अपने काम में ईमानदारी रखे।
मेक इन इंडिया का दिया नारा
मोदी ने दुनिया के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 'कम, मेक इन इंडिया'। यानी 'आइए, हिन्दुस्तान में निर्माण कीजिए।' दुनिया के किसी भी देश में जाकर बेचिए, लेकिन निर्माण यहां कीजिए, उत्पादन यहां कीजिए।
भारत बनें सबल
मोदी ने कहा कि भारत दुनिया में एक्सपोर्ट करने वाला देश बन सकता है। इसके लिए नौजवानों से आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि हम वह बनाएं, जिसमें ज़ीरो डिफेक्ट हो, ताकि दुनिया के बाज़ार से वह कभी वापस न आए।
आगे आए युवा
मोदी ने कहा कि हमारे नौजवानों ने कंप्यूटर पर अंगुलियां घुमाते-घुमाते दुनिया को चकित कर दिया। विश्व में भारत की एक नई पहचान बनाने का रास्ता हमारे आईटी प्रफेशन के नौजवानों ने कर दिया।
भारत बनें डिजिटल इंडिया
मोदी ने कहा कि हमें 'डिजिटल इंडिया' की ओर जाना है। उन्होंने कहा कि हमारा यह भी सपना है, हम आज बहुत बड़ी मात्रा में विदेशों से इलेक्ट्रॉनिक गुड्स इम्पोर्ट करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम 'डिजिटल इंडिया' का सपना ले करके इलेक्ट्रॉनिक गुडस के निर्माण के लिए चल पड़ें तो देश की तिजोरी को बड़ा लाभ हो सकता है।
महिलाओं की पीड़ा का किया जिक्र
मोदी ने गांवों में शौचालयों की जरुरत का जिक्र करते हुए कहा कि क्या कभी हमारे मन को पीड़ा हुई कि आज भी हमारी माताओं और बहनों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है? बेचारी गांव की मां-बहनें अंधेरे का इंतजार करती हैं, जब तक अंधेरा नहीं आता है, वे शौच के लिए नहीं जा पाती हैं। उसके शरीर को कितनी पीड़ा होती होगी, कितनी बीमारियों की जड़ें उसमें से शुरू होती होंगी!
आदर्श गांव बनाएं सांसद
मोदी ने 'सांसद आदर्श ग्राम योजना' का जिक्र किया और कहा कि मैं सांसदों 2016 तक अपने इलाके में एक गांव को आदर्श गांव बनाए।
प्रधानसेवक हूं
मोदी ने लोगों को विश्वास दिलाया कि अगर वो 12 घंटे काम करोगे, तो वो 13 घंटे करेगे। उन्होंने कहा कि अगर आप 14 घंटे कर्म करोगे, तो मैं 15 घंटे करूंगा। क्यों? क्योंकि मैं प्रधान मंत्री नहीं, प्रधान सेवक के रूप में आपके बीच आया हूं।
बदलेगा योजनाओं का रुप
मोदी ने कहा कि अब प्लानिंग कमिशन का रंग-रूप बदलेगा। उन्होंने कहा कि पुरानी व्यवस्था में कायाकल्प भी करने की जरूरत है, उसमें बहुत बदलाव करने की आवश्यकता है।
काफिला रुकवाकर बच्चों से मिले मोदी
मोदी लाल किले से रवाना होते वक्त अपना सुरक्षा घेरा तोड़कर बच्चों से मिलने पहुंच गए। मोदी अपनी कार से उतरे और एसपीजी सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए समारोह स्थल पर आए स्कूली बच्चों के समूह से मिलने पहुंचे।