मोदी-शरीफ मुलाकात- कोई बड़े नतीजे की उम्मीद कम
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ शुक्रवार को उफा में मिल रहे हैं, पर इस मुलाकात को मात्र सांकेतिक मानिए। दोनों देशों के संबंधों पर करीबी नजर रखने वाले जानकार कह रहे हैं कि बातचीत सिर्फ फोटोग्राफर्स के लिए बेहतर तस्वीरें खींचने का मौका होगी।
कुछ मिनट
कुछ मिनटों की बातचीत में कुछ बड़ा निकलने की कोई उम्मीद नहीं। बातचीत के बाद अगर दोनों देशों के विदेश सचिव स्तर की बातचीत की घोषणा भी हो जाए तो बड़ी बात है।
नतीजा सिफर
रेडियो जर्मन से जुड़े रहे विदेश मामलों के जानकार पुष्परंजन कहते हैं कि बीते सालों में भारत-पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों या शिखर नेताओं की बातचीत में कुछ नहीं निकला है। इसलिए इस बार भी कोई बहुत ठोस नतीजे निकलने की कोई उम्मीद नहीं है।
जरदारी की यात्रा मनमोहन सिंह और परवेज मुशर्ऱफ के साथ-साथ आसिफ अली जरदारी की अजमेर शरीफ की यात्रा के बाद भी पड़ोसियों के संबंध खट्टे बने रहे। बहरहाल, मोदी-शरीफ की मुलाकात ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान डिनर पर होनी है। हालांकि विदेश मंत्रालय तो दावा कर रहा है कि मोदी-नवाज मुलाकात से द्विपक्षीय संबंधों बेहतर होंगे।