जम्मू-कश्मीर में सरकार, मोदी-मुफ्ती मुलाकात मुमकिन
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। हालांकि जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन को लेकर अभी कयास ही लग रहे हैं, पर एक उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि प्रदेश में पीडीपी-भाजपा की मिली-जुली सरकार के गठन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पीडीपी नेता मुफ्ती मोहम्मद सईद के बीच मुलाकात हो सकती है।
हालांकि अभी तक इस मुलाकात के वक्त और स्थान को लेकर कोई ठोस तरीके से कह नहीं पा रहा है, पर उम्मीद यही है कि मोदी-सईद के बीच गुफ्तुगु होने के बाद राज्य में सरकार बनाने को लेकर छाए तमाम अवरोध साफ होने लगेंगे।
उक्त नेताओं के बीच बातचीत से पहले दोनों दलों के नेताओं के बीच बातचीत चल रही हैं। इस बीच, जानकारों का कहना है कि भाजपा तैयार है।पीडीपी की मांगों को मानने के लिए जिससे कि राज्य में सरकार बन सके। यह कांग्रेस को रोकने के लिए भाजपा की यह सियासी मजबूरी है। लिहाजा भाजपा और पीडीपी समझौते के लिए सहमत हो रहे हैं।
सीएम बनेंगे मुफ्ती
जानकारी के मुताबिक. इस फार्मूले के तहत मुफ्ती मोहम्मद मुख्यमंत्री होंगे और भाजपा को डिप्टी सीएम की कुर्सी मिलेगी। कैबिनेट में दोनों दलों के बराबर सदस्य होंगे। दरअसल मिशन 44 प्लस का नारा भाजपा ने दिया था। यह बात अलग है कि पीडीपी ने इसे पहले पूरा कर लिया है।
माइंड गेम
अब भाजपा और नेशनल कांफ्रेंस के बगैर भी पीडीपी सरकार बनाने की स्थिति में है। दरअसल, यह उस माइंड गेम का जवाब है जो पहले भाजपा ने नेकां के साथ मिलकर पीडीपी के साथ खेला था। सूत्रों ने बताया कि पीडीपी प्रदेश सरकार की स्थिरता और उदार केंद्रीय मदद के लिए वह भाजपा का साथ चाहती है। पर वह भाजपा के आगे झुकना नहीं चाहती।
ताजा जानकारी के मुताबिक,अब पीडीपी का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय हो गया है। भाजपा ने सबसे अधिक वोट प्रतिशत और जम्मू संभाग के प्रतिनिधित्व को आधार बनाकर पीडीपी से बातचीत शुरू की है।
तीन-तीन साल का सीएम
अब पीडीपी को सीएम पद के लिए तीन-तीन साल की अवधि के बंटवारे पर सहमत करने का प्रयास हो रहा है। बहरहाल, अब माना जा सकता है कि राज्य में बनने वाली नई सरकार में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस कहीं नहीं होंगे।