तो इसलिए मोदी ने नहीं पहनी थी टोपी
टोपी
पहनना
तुष्टिकरण
की
राजनीति
इस
एक्सक्लूसिव
इंटरव्यू
में
नरेंद्र
मोदी
ने
स्पष्ट
किया
है
कि
उनके
तथाकथित
धर्मनरिपेक्ष
विरोधियों
की
तरह
वह
सिर
पर
टोपी
पहनने
में
विश्वास
नहीं
रखते
हैं।
मोदी
ने
इससे
जुड़े
एक
सवाल
के
जवाब
में
कहा,
'मैंने
कभी
भी
महात्मा
गांधी
या
फिर
सरदार
पटेल
को
किसी
तरह
की
टोपी
पहने
नहीं
देखा
है।
मुझे
लोगों
को
इस
तरह
के
कदमों
के
जरिए
मूर्ख
बनाना
नहीं
आता
है।'
मोदी का कहना था कि वह सभी धर्मों और परंपराओं का सम्मान करते हैं और सभी को ऐसा करना चाहिए। मोदी के मुताबिक एक बुरी तरह की प्रथा ने देश की राजनीति को जकड़ लिया है। मोदी की मानें तो उन्होंने सभी परंपराओं का सम्मान करना सीखा है। ऐसे में वह सिर्फ टोपी पहन कर और टोपी में फोटोग्राफ खिचवां कर लोगों को मूर्ख नहीं बना सकते हैं। लेकिन अगर इसके बाद भी लोग उन्हें बदनाम करते रहेंगे तो वह उसके लिए कड़ी सजा सुनिश्चित करेंगे।
राहुल पर साधा निशाना
सिर्फ इतना ही नहीं नरेंद्र मोदी ने इस इंटरव्यू में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने राहुल गांधी के उस बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि देश को एक नहीं बल्कि 1.25 करोड़ चौकीदारों की जरूरत है नरेंद्र मोदी ने इस पर कहा कि इससे कांग्रेस को भ्रष्टाचार को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी क्योंकि संसद पहुंचने वाले सभी लोग ईमानदार नहीं होंगे।
मोदी ने यह भी कहा कि उन्हे खुशी है राहुल उनके हर भाषण को सुनते हैं। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि वह कांग्रेस की ओर से उन पर लगाए जा रहे आरोपों की जांच के लिए भी तैयार हैं जिसमें कहा जा रहा है कि उन्होंने चुनाव प्रचार पर अब तक 10,000 करोड़ रुपए खर्च कर डाले हैं। मोदी ने कहा कि अगर यह सच है तो वह किसी भी सरकारी जांच एजेंसी की ओर से जांच के लिए तैयार हैं और इसे 30 दिनों के अंदर पूरा करना होगा। मोदी ने कहा कि अगर लोगों को ऐसा लगता है तो वह चुनाव आयोग के पास इसकी शिकायत करें।