नरेंद्र मोदी ने फारुख काे दिखाया 'आइना' कहा पापियों को धर्मनिरपेक्षता की बात नहीं करनी चाहिए
नरेंद्र मोदी ने फारुख के सवालों का जवाब देेते हुए कहा कि कश्मीर के पापियों को धर्मनिरपेक्षता की बात कतई नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर से पंडितों को भगाने में इन्हीं के परिवचार कास हाथ था। मोदी ने यह भी कहा कि जिस तरह से फारुख्ा शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं उन्हें यह कतई शोभा नहीं देता है। फारुख को कुछ भी बोलने से पहले यह सोचना चाहिए कि भारत एक ऐसा देश है जो सभी को एकसाथ लेकर चलना जानता है। ऐसे बयानों से मोदी के सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की परंपरा सालों साल से सेक्यूलर है और इसे आज तक कोई भी नहीं तोड़ पाया है। मोदी ने बताया कि कश्मीीर में ही सेक्यूलरिज्म पर सबसे बड़ी चोट की गई है। हालांकि यह मुद्दा बिहार से भाजपा के सांसद उम्मीदवार गिरिराज सिंह के विवादित बयान के बाद ही शुरु हुआ था। गिरिराज ने अपनी रैली में एक बयान दिया था कि भारत में जो भी लोग नरेंद्र मोदी के विरोधी हैं उन्हें पाकिस्तान भेज दिया जाएगा। इसी बयान के बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा और बात यहां तक पहुंच गई। फारुख ने अपने बयान में यह भीक हा है कि नरेंद्र मोदी समेत उनके समर्थकों को समुद्र में फेंक देना चाीहए या फिर डुबो देना चाहिए। मोदी ने फारुख के इस बयान को गंभीरता से लेते हुए उन्हें जवाब दिया और कहा कि कश्मीर की धर्मनिरपेक्षता छीनने वाले पापियों को ऐसी बात कतई नहीं करनी चाहिए।
क्या
कहा
नरेंद्र
मोदी
ने:
नरेंद्र
मोदी
ने
एक
संदेश
के
माध्यम
से
कहा
कि
भारत
सबके
बारे
में
सोचता
है।
उन्होंने
कश्मीर
से
पंडितों
के
भगाए
जाने
के
मुद्दे
को
एक
बार
फिर
उठाया
और
फारूक
पर
निशाना
साधा।
नरेंद्र
मोदी
ने
अपने
संदेश
में
कहा
कि
भारत
पूरे
विश्व
को
अपना
मानता
है।
नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि फारूख अब्दुल्ला को खुद को और अपने परिवार को आइना में देखना चाहिए और देखना चाहिए कि कैसे उन्होंने जम्मू-कश्मीर को बरबाद किया। मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि डॉ अब्दुल्ला, अगर किसी ने इतिहास में भारत की स्वर्णिम संस्कृति को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है तो वह आप और आपका परिवार है। मोदी ने लिखा कि हम सेक्युलर हैं, इसलिए नहीं कि हमारे संविधान में यह शब्द लिखा है, सेक्युलरिज्म हमारे खून में है।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय मंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि जिन लोगों ने नरेंद्र मोदी के पक्ष में वोट डाला है, उन्हें समुद्र में डूब जाना चाहिए तथा उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि यदि भारत साम्प्रदायिक हो गया तो कश्मीर उसके साथ नहीं रहेगा।
अब्दुल्ला ने बाद में रैली में कहा, 'हमें साम्प्रदायिक ताकतों से बचाने की खुदा से दुआ करें ताकि हम आगे बढ़ सकें। भारत साम्प्रदायिक नहीं हो सकता है। यदि यह साम्प्रदायिक हो जाता है तो कश्मीर भारत के साथ नहीं रहेगा। कश्मीरियों को साम्प्रदायिकता स्वीकार नहीं है।'भाजपा ने फारूक पर उनके इस बयान को लेकर पलटवार किया कि सांप्रदायिकता मंजूर नहीं है। पार्टी ने कहा कि देश को धर्मनिरपेक्ष बने रहने के लिए इन केंद्रीय मंत्री के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है
<center><iframe width="100%" height="390" src="//www.youtube.com/embed/n7Eq40vy-4I" frameborder="0" allowfullscreen></iframe></center>