जन्मदिन पर बोले पीएम मोदी- नए भारत का संकल्प पूरा होगा, कश्मीर-लद्दाख में बहेगी विकास की नई धारा
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 69वां जन्मदिन है। उन्होंने नमामि देवी नर्मदे महोत्सव के तहत सरदार सरोवर बांध पर मां नर्मदा की पूजा अर्चना करके अपना जन्मदिन मनाया। साथ ही नर्मदा जिले के केवड़िया में बांध तथा स्टैचू ऑफ यूनिटी के पास चल रहीं विकास परियोजनाओं का जायजा लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने केवड़िया में बांध स्थल पर आयोजित एक जनसभा को संबोधित किया। समारोह के लिए गुंबद के आकार का एक बड़ा पंडाल बनाया गया था जिसमें बड़ी संख्या में नर्मदा, भरूच और छोटाउदयपुर जिलों से लोग आए हुए थे।
पीएम मोदी ने सबसे पहले गुजराती भाषा में लोगों का अभिवादन किया और फिर कहा कि एक जमाने में मुझे फोटोग्राफी का शौक था। मगर अब छूट गई। आज मेरा मन कर रहा है कि ये दृश्य कैमरे में कैद कर रहा हूं। यहां का दृश्य ऐसा है जैसे आगे जनसागर है और पीछे जलसागर। पीएम मोदी ने कहा कि कैमरामैन वालों ने मेरी फोटो बहुत खींच ली, अब इस दृश्य की तस्वीर ले लें। उन्होंने कहा "आज के दिन मां नर्मदा के दर्शन का अवसर मिलना, पूजा-अर्चना का अवसर मिलना, मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है"।
हमारी संस्कृति में हमेशा माना गया है कि पर्यावरण की रक्षा करते हुए भी विकास हो सकता है। प्रकृति हमारे लिए आराध्य है, प्रकृति हमारा आभूषण है। पर्यावरण को संरक्षित करते हुए कैसे विकास किया जा सकता है, इसका जीवंत उदाहरण अब केवड़िया में देखने को मिल रहा है। पीएम ने कहा एक तरफ सरदार सरोवर बांध है, बिजली उत्पादन के यंत्र हैं तो दूसरी तरफ एकता नर्सरी, बटर-फ्लाई गार्डन जैसी इको-टूरिज्म से जुड़ी बहुत ही सुंदर व्यवस्थाएं हैं। इन सबके बीच सरदार पटेल जी की भव्य प्रतिमा जैसे हमें आशीर्वाद देती नजर आती है। मैं समझता हूं कि केवड़िया में विकास, प्रकृति और पर्यटन की एक ऐसी त्रिवेणी बह रही है, जो सभी के लिए प्रेरणा है।
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पीएम मोदी ने कहा कि आज ही निर्माण और सृजन के देवता विश्वकर्मा जी की जयंती भी है। नए भारत के निर्माण के जिस संकल्प को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं, उसमें भगवान विश्वकर्मा जैसी सृजनशीलता और बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने की इच्छाशक्ति बहुत आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि आज जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो सरदार सरोवर बाँध और सरदार साहब की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, दोनों ही उस इच्छाशक्ति, उस संकल्पशक्ति के प्रतीक हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज कच्छ और सौराष्ट्र के उन क्षेत्रों में भी मां नर्मदा की कृपा हो रही है जो कभी सूखे से जूझ रहे थे। गुजरात में आज सिंचाई का नेटवर्क खड़ा हुआ है, पानी को बचाने का अभियान चलाया गया जिससे 12 लाख किसान परिवारों को फायदा हुआ है। गुजरात की 19 लाख हेक्टेयर भूमि खेती लायक हो गई है। IIM अहमदाबाद के एक अध्ययन में पाया गया है कि माइक्रो इरिगेशन के कारण ही गुजरात में 50 फीसद तक पानी की बचत हुई है। नर्मदा का पानी पारस है जो मिट्टी को सोना बना देता है। आज कच्छ नहीं, गुजरात के बड़े हिस्से के लिए पारस साबित हो रहा है।
अब हम पूरे देश में हर घर, हर जल के लक्ष्य को आगे बढ़ाना है। प्रधानमंत्री किसान निधि के जरिए गुजरात के हर किसी को लाभ मिल रहा है। जो घोघा-दहेज रो-रो फेरी सेवा सुविधा मैंने शुरू की थी, अभीतक सवा तीन लाख यात्री फायदा उठा चुके हैं और कई गाड़ियां भी इसके जरिए ट्रांसपोर्ट की जा चुकी हैं। जल्द ही इस पर मुंबई से हजीरा के बीच ऐसी सुविधा शुरू होगी। अभी तक 23 लाख से अधिक पर्यटक सरदार पटेल की मूर्ति देखने आए हैं, रोजाना औसतन 6.5 हजार पर्यटक आते हैं। जन्माष्टमी के अवसर पर तो 34 हजार लोग आए थे। अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को देखने रोजाना 10 हजार लोग पहुंचते हैं, उसे तो 130 साल हो चुके हैं। गुजरात टूरिज्म में आगे बढ़ रहा है लेकिन हमें ध्यान रखना है कि इसे प्लास्टिक से बचाना है। पूरा देश सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। हमारा जल, जंगल और जमीन प्लास्टिक से मुक्त रहे, इसके लिए कोशिश तेज होनी चाहिए।
कश्मीर लद्दाख में विकास की नई धारा
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हैदराबाद मुक्ति दिवस है, 17 सितंबर 1948 में हैदराबाद का विलय भारत में हुआ था। और आज हैदराबाद देश की उन्नति में योगदान दे रहा है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत का सपना आज साकार हो रहा है, आजादी के बाद जो काम अधूरे रह गए उनको आज हिंदुस्तान पूरा कर रहा है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को 70 साल तक भेदभाव का सामना करना पड़ा, इसका दुष्परिणाम पूरे हिंदुस्तान ने भुगता है।
सरदार साहब की प्रेरणा से एक जरूरी फैसला देश ने लिया है, अब नए रास्ते पर चलने का फैसला लिया गया है। हम जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में विश्वास और विकास की गंगा बहाएंगे। भारत की एकता और श्रेष्ठता के लिए आपका सेवक पूरी तरह प्रतिबद्ध है, 100 दिन में हमारी सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं। इसमें किसान, अर्थव्यवस्था समेत कई बड़े फैसलों को लिया गया है. हमारी नई सरकार पहले से भी तेज गति से काम करेगी और बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करेगी।