प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली घोषणा: रेल दुर्घटना में मरने वालों के परिजनों को 2 लाख रुपए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल हादसे में मोर जाने वाले लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपए मुआवजा के तौर पर दिए जाने की घोषणा कर दी है और साथ ही साथ हादसे में घायल हुए यात्रियों को 50-50 हजार रुपए का मुआवजा भी दिया जाएगा। प्रधानमात्री का पद संभालने के बाद मोदी का यह पहला आदेश है।
गत दिन गोरखधाम एक्सप्रेस तेज रफतार से आते हुए उसी पटरी पर पहले से खड़ी हुई एक पैसेंजर ट्रेन से टकरा गई और उसके करीब 6 कोच बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे। टक्कर इतनी तेज थी कि कोच हवा में ऊपर उछल गए। उत्तर रेलवे के अधिकारियों ने रेल हादसे की जांच करना शुरु कर दिया है। इस मामले में सूत्रों ने बताया है कि सिग्नल मैन की गलती होने के कारण यह बड़ा हादसा हुआ है।
कैसे
आती
है
एक
पटरी
पर
दो
रेलगाडि़यां:
यह
सुनकर
बहुत
ताजुब
होता
है
कि
एक
ही
पटरी
पर
दो
रेलगाडि़यां
कैसे
आ
जाती
हैं?
सवाल
ये
भी
उठता
है
कि
रेल
ड्राइवर
को
दूसरी
ट्रेन
क्यों
नहीं
दिखी?
रेलवे
विभाग
में
एक
पद
सिग्नल
मैन
का
होता
है
जिसका
काम
होता
है
कि
यदि
कोई
ट्रेन
पहले
से
किसी
पटरी
पर
है
और
यदि
उसी
पटरी
पर
कोई
अन्य
ट्रेन
आने
वाली
है
तो
वह
दूसरी
ट्रेन
को
लूप
लाइन
में
भेज
देता
है।
यदि
सिग्नल
मैन
ऐसा
नहीं
करता
है
तो
ही
हादसे
होते
हैं।
रेलेव
विभाग
में
नियम
भी
यही
है
कि
किसी
भी
पैसेंजर
ट्रेन
को
मेन
ट्रैक
से
हटाकर
लूप
लाइन
में
ही
खड़ा
किया
जाता
है।