मेल-फीमेल के अलावा ट्रांसजेंडर के लिए भी टॉयलेट, जानिए भारत में कहां?
नागपुर। देश में पहली बार ट्रांसजेडर लोगों के लिए अलग से टॉयलेट बनाया जाएगा। महाराष्ट्र के नागपुर में ट्रांसजेंडर के लिए अलग से टॉयलेट बनाने को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने निर्णय लिया है। ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए काम करने वाले सारथी ट्रस्ट के सदस्यों ने जिला कलेक्टर सचिन कुर्वे से मुलाकात कर ट्रांसजेंडर के लिए अलग सार्वजनिक शौचालय बनाए जाने की मांग की थी। इस पर गौर करते हुए प्रशासन ने ये फैसला किया। नागपुर के जिला प्रशासन ने ट्रांसजेंडर लोगों के लिए शहर में दो सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करने का फैसला किया है।
सारथी ट्रस्ट ने की थी मांग
नागपुर जिला कलेक्टर सचिन कुर्वे ने बताया कि हमने पचपावली और सीताबुल्दी इलाके में ट्रांसजेंडर लोगों के लिए दो सार्वजनिक शौचालय बनाने का फैसला किया है। सारथी ट्रस्ट की मांग को ध्यान में रखते हुए इन जगहों का चुनाव किया गया। बीते सोमवार को नागपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस में प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक की और शौचालय बनाने के फैसले पर मुहर लगाई।
नागपुर में 12000 ट्रांसजेंडर
सारथी ट्रस्ट के सीईओ निकुंज जोशी ने बताया कि हमने बैठक में कलेक्टर, डीन और सरकारी अस्पतालों के सिविल सर्जन को ट्रांसजेंडर समुदाय की स्वास्थ्य समस्याओं और कभी-कभी उनके साथ होने वाले भेदभाव के बारे में बताया। साथ ही शौचालयों के साथ-साथ अलग चिकित्सकीय वार्ड की भी मांग की। जोशी ने बताया कि नागपुर में करीब 12,000 ट्रांसजेंडर रहते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कही थी ट्रांसजेंडर को विशेष सुविधा देने की बात
साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने देश के ट्रांसजेंडर्स को स्वतंत्र दर्जा देते हुए कुछ विशेष सुविधाएं मुहैया कराने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कई राज्यों ने इस पर ध्यान देते हुए ट्रांसजेंडर्स को ध्यान में रखते हुए कई सुविधाएं दी थीं।
अपने बच्चे को स्तनपान कराएगी ट्रांसजेंडर महिला, पहली बार होगा ऐसा