मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कैसे भगवा होता गया देश
नई दिल्ली। उत्तर पूर्व के तीन राज्यों (त्रिपुरा, मेघायलय और नागालैंड) के रुझानों में त्रिपुरा और नागालैंड में भाजपा को जीत जबकि मेघालय में कांग्रेस की वापसी होती दिख रही है। ये जीत भाजपा के लिए इसलिए बड़ी है क्योंकि इन राज्यों में कभी भी भाजपा बहुत मजबूत नहीं रही है। त्रिपुरा में भाजपा की बीते चुनाव में एक सीट छोड़ सभी पर जमानत जब्त हो गई थी लेकिन इस बार वो सरकार बना रही है। 2014 में भाजपा के केंद्र की सत्ता पर आने के बाद पार्टी ने जिस तरह से देशभर के राज्यों में भी जीत दर्ज की है, वो राजनीतिक विश्लेषकों तक को चौंकाता रहा है। त्रिपुरा और नागालैंड में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही देश के 21 राज्यों में पार्टी की सरकार हो जाएगी। चार साल पहले 2014 में जब मोदी सत्ता में आए तो सात राज्यों में भाजपा और सहयोगी पार्टियों की सरकारें थी, जो अब 21 राज्यों में हो गई है।
ऐसे बढ़ती गई भाजपा की ताकत
2014 में केंद्र में आने के बाद भाजपा लगातार एक के बाद एक जीत दर्ज करती रही है। बीते चार साल में भाजपा की सरकारें 21 राज्यों में हो चुकी हैं। इस समय एनडीए की देश के 29 में से 19 राज्यों में की सरकार है (त्रिपुरा, नागालैंड में बहुमत मिल गया है)। इस समय 14 राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री हैं जबकि 5 राज्यों में सहयोगियों के साथ सरकार है। बीते चार साल में ना सिर्फ भाजपा ने कांग्रेस को हराया है बल्कि क्षेत्रीय दलों पर भी वो भारी पड़ी है। यहां तक कि अब वो उत्तर-पूर्व में लेफ्ट को भी हरा रही है। वहीं कश्मीर में भी वो सरकार में है। (उत्तर पूर्व के नतीजों से पहले देश में भाजपा सरकारें, ग्राफिक्स में)
लंबे समय बाद किसी पार्टी का ऐसा दबदबा
भाजपा को जो दबदबा इस समय देश की राजनीति पर है, वैसा सालों बाद देखने को मिल रहा है। 24 साल पहले कांग्रेस के पास 18 राज्यों की सत्ता थी। 1993 में कांग्रेस और सहयोगी दलों की 18 राज्यों में सरकारें थी। इसके बाद किसी एक पार्टी को इतनी ताकत नहीं मिली। इसके बाद किसी पार्टी को जानता का ऐसा साथ नहीं मिला।
कांग्रेस के पास पंजाब और कर्नाटक ही बड़े राज्य
वहीं 2014 के चुनाव के बाद कांग्रेस लगातार ढलान पर ही है। केंद्र की सत्ता के बाद एक के बाद एक राज्य भी उसके हाथ से निकलते रहे हैं। 2014 में उसकी 13 राज्यों में सरकार थी। अब वह देश के महज चार राज्यों की सत्ता में रह गई है- कर्नाटक, पंजाब, मिजोरम, मेघालय (मेघालय में कांग्रेस की वापसी हुई है)। इसके अलावा केंद्र शासित राज्य पांडुचेरी में भी कांग्रेस की सरकार है। कांग्रेस के पास अब सिर्फ कर्नाटक और पंजाब बड़े राज्य हैं। इनमें भी कर्नाटक में इस साल चुनाव होने हैं।
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