नागालैंड: गोलीबारी में सैनिक समेत 13 लोगों की मौत, गृह मंत्री अमित शाह ने घटना की जांच का दिलाया भरोसा
नागालैंड: गोलीबारी में सैनिक समेत 13 लोगों की मौत, गृह मंत्री अमित शाह ने घटना की जांच का दिलाया भरोसा
कोहिमा, 05 नवंबर: नागालैंड के मोन जिले के तिरु गांव इलाके में शनिवार (04 दिसंबर) शाम फायरिंग की घटना में एक सिपाही समेत 13 आम लोगों की मौत हो गई है। पुलिस अधीक्षक इम्नालेंसा ने घटना में 13 लोगों की मौत की पुष्टि की है। रिपोर्टों के मुताबिक ओटिंग गांव के नागरिकों का एक समूह एक मिनी ट्रक में सवार होकर घर लौट रहा था, जब सुरक्षा बलों ने उन्हें गोली मार दी। स्थानीय सूत्रों ने कहा कि जब कई घंटों तक लोग घर नहीं लौटे तो लोग उनकी तलाशी में गए थे। खोजने पर नागरिकों के ट्रक में शव मिले। गुस्से में स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर सुरक्षा बलों के दो वाहनों में आग लगा दी। घटना पर नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने एसआईटी जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी इंसाफ का भरोसा दिलाया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार (05 दिसंबर) की सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, ''नागालैंड के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना से मैं बहुत व्यथित हूं। घटना में जिन्होंने अपनी जान गंवाई मैं उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए इस घटना की गहन जांच करेगी।''
Anguished over an unfortunate incident in Nagaland’s Oting, Mon. I express my deepest condolences to the families of those who have lost their lives. A high-level SIT constituted by the State govt will thoroughly probe this incident to ensure justice to the bereaved families.
— Amit Shah (@AmitShah) December 5, 2021
घटना के बारे में असम राइफल्स के अधिकारी ने कहा, उग्रवादियों के संभावित आंदोलन की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर तिरु गांव में एक विशेष अभियान की योजना बनाई गई थी। उच्चतम स्तर पर कोर्ट ऑफ इंक्वायरी द्वारा जान गंवाने के कारणों की जांच की जा रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी।
असम राइफल्स के अधिकारी ने यह भी कहा है कि ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को गंभीर चोटें आई हैं, जिसमें एक सैनिक भी शामिल है, जिसकी मौत हो गई। घटना और उसके बाद के हालातों के लिए गहरा खेद है।
Recommended Video
इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने कहा कि यह "बेहद निंदनीय" है और मामले में इंसाफ किया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए एक उच्च-स्तरीय विशेष जांच दल का गठन किया गया है, जो मामले की जांच करेगी।'' सीएम ने समाज के सभी वर्गों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
जानिए क्या है पूरा मामाल और कैसे हुई घटना
स्थानीय संगठनों ने कहा कि सशस्त्र बलों के कर्मियों ने 4 दिसंबर की शाम को नागालैंड के मोन जिले में घात लगाकर 13 नागरिकों को गोली मारी है। रिपोर्ट के मुताबिक मारे गए सभी लोग कोयला खनिक थे। हालांकि इन 13 लोगों में से एक सैनिक भी है। यह घटना कोयला खनन क्षेत्र तिरु और पीड़ितों के गांव ओटिंग के बीच हुई। दोनों स्थानों के बीच की दूरी लगभग 15 किमी की दूरी है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि असल में पैरा कमांडो ने पीड़ितों को नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (खापलांग-युंग आंग) का मेंबर समझ लिया था। और उन पर घात लगाकर हमला किया। कोन्याक नागा समुदाय के शीर्ष निकाय कोन्याक होहो के एक नेता ने कहा कि सभी पीड़ित एक पिकअप वैन में कोयला खदान से घर लौट रहे थे। सोमवार (06 दिसंबर) को ड्यूटी पर जाने से पहले खनिक अपने परिवार के सदस्यों के साथ रविवार का समय बिताने के लिए शनिवार (04 दिसंबर) की शाम घर आ रहे थे।
स्थानीय नेता ने कहा, 'चार दिसंबर की शाम को छह लोगों की जान चली गई और सात ने 5 दिसंबर की सुबह दम तोड़ दिया। अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 11 अन्य घायल हो गए हैं जबकि दो के लापता होने की खबर है।' शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय सोम ले जाया जा रहा था।