नड्डा ने लगाया आरोप केरल सरकार ने दबाए कोरोना के आंकड़े, सीएम पिनरई बोले बीजेपी से नहीं चाहिए कोई सीख
नड्डा ने लगाया आरोप केरल सरकार ने दबाए कोरोना के आंकड़े, सीएम पिनरई बोले बीजेपी से नहीं चाहिए कोई सीख
नई दिल्ली। केरल में पिनरई विजयन सरकार पर भाजपा ने अपना हमला तेज कर दिया है, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री कार्यालय पर सोने की तस्करी मामले में शामिल होने का आरोप लगाया है, और वाम सरकार को "अक्षम और भ्रष्ट" बताया है। इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केरल सरकार पर राज्य में कोविड -19 संकट से निपटने, "आंकड़ों को दबाने" और "नकारात्मक" रवैये के साथ आरोप लगाया कि सरकार ने प्रदेश के हालात बिगाड़ दिए गए हैं। वहीं अब केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि केरल को कोविड 19 के प्रबंधन पर भाजपा से प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं हैं।
नड्डा ने कहा था कि केरल सरकार ने टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों द्वारा दी गई राय नहीं मानी और लोगों से असली आंकड़े छिपाए। संकट के समय भी राजनीति की जा रही है। नड्डा ने बताया कि भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और डॉक्टरों ने कहा था कि हमें परीक्षण को बढ़ाना चाहिए, लेकिन राज्य सरकार का रवैया हमेशा नकारात्मक रहा। "नड्डा ने ये बात जिला समिति के कार्यालय भवन के उद्घाटन पर बोल पर कही। बता दें राज्य में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 7,438 हो गई है और 2,680 मरीजों का इलाज चल रहा है और 3,965 लोग ठीक हो चुके हैं।
नड्डा ने कहा कि एलडीएफ और कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ एक ही सिक्के के दो पहलू थे और लोगों को भाजपा का समर्थन करने के लिए कहा। नड्डा ने केरल सरकार को अप्रभावी, भ्रष्ट और हिंसा में विश्वास रखने वाला बताया है। गोल्ड स्मगलिंग मामले में केरल सरकार पर गंभार आरोप लगाते हुए नड्डा ने कहा कि केरल में गोल्ड का रंग भी लाल है।
बता दें, केरल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है। वहीं स्थानीय निकाय चुनाव इस साल के अंत में होने हैं। भाजपा केरल में राजनीतिक हिंसा और साबरमाला जैसे मुद्दों को उठाने के बावजूद केरल में एक गंभीर राजनीतिक प्रभाव नहीं बना पाई है, हालांकि पिछले चुनावों में वोट शेयर में वृद्धि हुई है।
गौरतलब है कि केरल के सोना तस्करी मामले में आरोपित स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया। स्वप्ना के परिवार के सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया ह। अधिकारियों ने बताया कि दोनों को रविवार को ट्रांजिट रिमांड पर तिरुवनंतरपुरम लाया जाएगा और स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। इस मामले में नाम आने के बाद से ही दोनों फरार थे। इसी बीच विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है कि सुरेश और उनके सहयोगियों को सरकार के स्पेस पार्क प्रोजेक्ट में उनकी नियुक्ति को उजागर करने के अलावा, ट्रिपल लॉकडाउन में सीमा पार करने की अनुमति कैसे दी गई।