मैसूर में दशहरा उत्सव के दौरान महिलाओं के साथ छेड़छाड़, 'Me Too' के जरिए बयां किया दर्द
मैसूर। दशहरा उत्सव के दौरान कई महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ की शिकायत किए जाने के बाद मैसूर प्रशासन सकते में है। कई महिलाओं ने सोशल मीडिया के अलग-अलग- प्लेटफॉर्मो, फेसबुक, ट्विटर के जरिए अपने बुरे अनुभवों को साझा किया। उन्होंने Me Too हैश टैग के साथ अपनी बात कही है। ओपन स्ट्रीट फेस्टिवल के दौरान छेड़छाड़ की बात उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखी है। यह कार्यक्रम कृष्णाराजा मुख्य मार्ग पर आयोजित हुआ था।
सोशल मीडिया पर किया दर्द बयां
एक महिला ने लिखा, 'यह बहुत घृणित और बहुत परेशान करने वाला क्षण था। कुछ लड़के नशे में धुत आए और वे हमारे पास आकर हम पर गिर रहे थे। एक लड़की ने उन्हें हटाने के लिए आवाज लगाई लेकिन मैसूर के लड़कों ने उस लड़की का भी समर्थन नहीं किया। यह बहुत शर्मनाक है, बहुत शर्मनाक #MeToo'
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महिलाओं ने 'मी टू' के जरिए कही अपनी बात
महिला ने लिखा, लोग भीड़ का फायदा उठा रहे हैं, टच कर रहे हैं। उसके बाद सॉरी बोलते हैं, वे जानते हैं कि उनको दोष नहीं दिया जा सकता है। एक महिला ने तो यहां तक कहा कि विदेशी पर्यटक भी इस छेड़खानी का शिकार हुईं। महिला ने कहा कि कुछ लोग भद्दे कमेंट भी कर रहे थे। महिला ने लिखा, ' मैं दो विदेशी पर्यटकों के साथ थी, शुक्र है कि वे समझ नहीं पाईं कि उनपर क्या कमेंट किए जा रहे थे। उन लोगों ने सोचा कि मुझे कन्नड़ नहीं आती है।
पुलिस ने कहा- कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई
वहीं, मैसूर के पुलिस आयुक्त ए सुब्रमण्येश्वर राव ने बताया कि इस संबंध में कोई औपचारिक शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस उस क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरे की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक जांच के दौरान ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है, हम इसकी और पड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 4 ट्वीट इस मामले पर सामने आए हैं कि उन महिलाओं के साथ छे़ड़छाड़ की गई थी। हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं और आरोपियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।