MY VOICE: आईपीएल का जुनून भूला देगा वर्ल्ड कप में हार का गम
नयी दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा आईसीसी विश्व कप-2015 में खिताब न बचा पाने के कारण भारतीय दर्शकों के दिल से निराशा की बदली अभी पूरी छंटी भी नहीं है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आठवां संस्करण क्रिकेट का नया रोमांच लेकर उनके दरवाजे पर दस्तक दे चुका है।
बुधवार से शुरू हो रहा आईपीएल का आठवां संस्करण भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए निश्चित तौर पर विश्व कप में मिली हार का गम भुलाने वाला साबित होगा। आईपीएल-8 में हिस्सा लेने वाली आठों टीमों ने भी पूरी तैयारी करते हुए इस बार 67 नए खिलाड़ियों को अपनी-अपनी टीमों में शामिल किया और उन पर 87,60,00,000 रुपये खर्च किए।
इनमें से 24 खिलाड़ी विदेशी हैं। पटना के रहने वाले आशु मिश्रा इस बात से इक्तेफाक रखते हैं और उनका कहना है कि आईपीएल 8 का उद्घाटन समारोह में जिस कदर जुनून दिखा ये कहना गलत नहीं होगा की वर्ल्ड कप में हुई हार का गम हम लोगो के दिलों दिमाग से दूर हो गया।
पर क्या अब ये मान लिया जाय कि आईपीएल में जिस तरह का खेल खेला गया हम लोग उस को भी भुला चुके। क्या केवल पैसे का खेल बन चुका यह। खेल में अब मनोरंजन और विश्वासनीयता बचा है? मेरा मानना है नहीं। अगर केवल पैसा के लिए मनोरंजन कर रहे लोगों को देखना होगा तो आईपीएल अच्छा नहीं है।
अब यह तो ठीक है की इस खेल ने काफी नये और अच्छे खिलाडियों को आगे बढने का मौका दिया पर यह भी नहीं भुलना चाहिए की कुछ अच्छे खिलाडियों को बरबाद भी किया। गलती किसी की हो बदनामी भारत और भारतीयों की ही हुई। जिस तरह पिछले साल तक हुआ।
कहीं ना कही गलत करने वालों को इस बार भी हिम्मत बढ़ाने का काम करेगा। ऐसे में इस बार खेल को काफी सावधानी से सम्पादन करने की कोशिश करनी होगी और अब फिलहाल खेल के साथ खेल की कमी जो है उस पर नजर जमा कर रखना होगा। आशु मिश्रा ने वनइंडिया के My Voice कॉलम के लिये ये सारी बातें कही।
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