Air Pollution पर जावड़ेकर ने पंजाब सरकार से कहा- लुधियाना में मेरा दम घुटने लगा था, पराली जलाना बंद हो
नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को पंजाब सरकार से अपील की है कि वह राज्य में किसानों द्वारा पराली को जलाया जाना बंद कराए। साथ ही उन्होंने दावा किया है कि जब वह लुधियाना में यात्रा कर रहे थे, तब पराली के धुंए से उनका दम घुंटने लगा था। केंद्रीय मंत्री ने कहा, दिल्ली में सर्दी के दिनों में प्रदूषण की स्थिति हमेशा गंभीर होती है। पंजाब में पिछले साल से ज्यादा पराली जल रही है, केंद्र सरकार ने इतनी अधिक मशीन दी हैं, पंजाब सरकार को ध्यान देना चाहिए कि वहां पराली ज्यादा ना जले। प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी 4 फीसदी होती है।
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उन्होंने कहा कि इन सबसे दिल्ली में प्रदूषण की समस्या काफी बढ़ रही है। मंत्री ने ये बात ऐसे समय में कही है, जब गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में धुंध के चलते वायु की गुणवत्ता काफी बिगड़ गई है। दिल्ली-एनसीआर में धुंध की परत से हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' स्तर पर दर्ज की गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने इसपर कहा है, आगामी सर्दियों के मौसम के मद्देनजर, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आज से दिल्ली-एनसीआर में निरीक्षण के लिए 50 टीमों को तैनात करेगा। हमने राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से कहा है कि वह हमारे द्वारा दिए गए विभिन्न निर्देशों के अनुपालन के लिए फील्ड पर टीमों को तैनात करे।
इसके साथ ही गुरुवार से अधिकारी डीजल जनरेटरों पर प्रतिबंध सहित कठोर वायु प्रदूषण उपायों के रूप में जीआरएपी दिशा-निर्देशों को लागू कर रहे हैं। दिल्ली के लोगों को भी सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आज की बता करें तो सुबह 11.10 बजे दिल्ली का एक्यूआई 315 दर्ज किया गया है। पिछली बार फरवरी में हवा की गुणवत्ता इतने खराब स्तर पर थी। दिल्ली के आसमान में भी आज धुंध छाई हुई है। आईटीओ में एक्यूआई 372, विवेक विहार में 370 और शादीपुर में 359 दर्ज किया गया है। इस बीच नासा सैटेलाइट की तस्वीरों से पता चलता है कि पंजाब और हरियाणा में अमृतसर, फिरोजपुर, पटियाला, फरीदकोट, अंबाला और राजपुरा में काफी पराली जलाई जा रही है।
Air
Pollution:
खराब
श्रेणी
में
पहुंचा
दिल्ली-एनसीआर
में
प्रदूषण
का
स्तर,
सांस
लेना
हुआ
मुश्किल