जब मुथालिक को गिफ्ट की गईं थीं पिक चड्ढी
मुथालिक को बाद में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्होंने अपने कृत्य के लिए माफी भी मांग ली थी। लेकिन पांच साल बाद जब कुछ घंटों के लिए बीजेपी में शामिल किया गया तो इस ट्विटर पर इस कैंपेन का जिक्र भी शुरू हो गया।
मुथालिक को पार्टी में शामिल करने पर न सिर्फ बीजेपी के अंदर बल्कि दूसरे दलों के नेताओं की ओर से विरोध के सुर उठने लगे थे। मुथालिक के मुताबिक पार्टी ने उन्हें बाहर निकालकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त किया गया है। सोमवार को मुथालिक ने कहा कि जो कुछ भी उन्होंने 2009 में मैंगलोर के एक पब में किया था उसका उन्हें कोई भी अफसोस नहीं है।
उन्होंने न तो किसी महिला का बलात्कार किया था और न ही किसी की हत्या बल्कि गलत रास्ते पर जा रहे लोगों को सही रास्ते पर लाने की कोशिश की थी। बेलगाम के एक मराठी परिवार में जन्म लेने वाले मुथालिक ने मैंगलोर के एक पब में घुस कर कुछ महिलाओं और डेटिंग कपल्स को बुरी तरह से पीटा था।
मुथालिक को पहले इस तरह से पार्टी में शामिल करने और ए फिर पार्टी से बाहर निकालने के बाद कांग्रेस और दूसरी पार्टियों को बीजेपी पर निशाना साधने का एक बहाना मिल गया है। केन्द्रिय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि अगर देश में मोदी की लहर है तो फिर पार्टी इस तरह के फैसले क्यों ले रही है और क्यों नहीं वह मोदी पर भरोसा कर पा रही है ?
वहीं दूसरी तरफ नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है। उमर ने सोमवार को ट्वीट किया और लिखा कि बीजेपी में जसवंत सिंह जैसे सज्जन पुरुष को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है जबकि वहीं एक बदमाश को पार्टी में शामिल करने से भी कोई नहीं हिचकता।