हर मां पढ़े चंदा कोचर का अपनी बेटी को लिखा ये खत, हमेशा सफल रहेंगी
मुंबई। आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर आज केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व की मशहूर हस्तियों में शामिल हैं। बहुत ही कम उम्र में अपने दम पर सफलता की सीढियां चढ़ने वाली चंदा कोचर हमेशा लोगों के बीच में अपने काम को लेकर ही डिस्कस होती हैं।
चंदा कोचर: अभूतपूर्व प्रतिभा की धनी
लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि अभूतपूर्व प्रतिभा की धनी चंदा कोचर अपने पर्सनल कारणों की वजह से लोगों में बीच में सुर्खियां बनी हैं। एक आम औरत की तरह चंदा कोचर भी एक मां हैं, जिन्होंने अपनी लाडली आरती के लिए एक भावुक पत्र लिखा है जिसे देश की हर काम-काज करने वाली महिला को पढ़ना चाहिए।
हर मां पढ़े चंदा कोचर का अपनी बेटी को लिखा ये खत
चंदा ने दिये सफलता के मंत्र
चंदा कोचर ने अपनी बेटी आरती को जो लेटर लिखा है, उसमें उन्होंने उसकी तारीफ करते हुए सफल जीवन के मंत्र दिये हैं। चंदा ने कुछ एक पुरानी बातों का भी जिक्र किया है और अपनी बेटी पर गर्व जताते हुए लिखा है बहुत ही कम वक्त में मेरी गुड़िया आत्मनिर्भर हो गई। मुझे तुम पर गर्व है।
सुधा मेनन की संकलित किताब में छपा खत
चंदा का यह पत्र सुधा मेनन की संकलित किताब में छपा है जिसमें चंदा ने लिखा है आज आरती में वो सारी बातें और संस्कार मुझे दिखायी देते हैं जो मुझे मेरे मां-बाप से विरासत में मिले थे। मुझे खुशी है कि आज आरती एक सफल लड़की है जिसमें अगर आने बढ़ने की चाह है तो ईमानदारी से हर काम करने का जूनून भी है। उसमें मेरे परिवार के संस्कार है तो विरासत में मिली परंपरा को भी वो संजो सकती है।
मुझे तुम पर नाज है आरती
चंदा ने अपने खत में लिखा कि आरती जब तुम यूएस में पढ़ाई कर रही थी तब ही मुझे आईएसआईआई का सीईओ बनाया गया था। तुमने मुझे उस वक्त मेल किया था जिसमें तुमने मुझे लिखा था मां, तुम इतनी बिजी रहती हो और इतनी सफल हो लेकिन तुमने कभी भी मुझे और मेरे भाई को यह जाहिर नहीं होने दिया जिसके लिए थैंक्यू।
बच्चे सब कुछ मां-बाप से सीखते हैं
चंदा ने लिखा है बच्चे मां-बाप से ही सीखते हैं इसलिए बच्चे की बुराई और अच्छाई केवल उनके मां-बाप के संस्कारों पर निर्भर करती है और मुझे खुशी है के मेरी बेटी में वो सबकुछ है जो मुझे मेरे मां-बाप से मिला था।