बरकाती के बिगड़े बोल,जय श्रीराम का नारा लगाने वालों को बताया हिजड़ा
बरकाती ने मस्जिदों के सामने जय श्री राम का नारा लगाने वालों को हिजड़ा बताया है।
नई दिल्ली। कोलकाता के टीपू सुलतान शाही मस्जिद के इमाम मौलाना नूरुल रहमान बरकाती ने कहा है कि मुसलमान भाजपा और संघ को छोड़कर किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ सकते हैं, लेकिन अगर कोई मुसलमान संघ या भाजपा से जुड़ेगा तो उसे इस्लाम से निकालने के साथ ही उसकी पिटाई की जाएगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह फतवा नहीं एक चेतावनी है। इसके साथ ही एक साथ तीन तलाक के फैसले पर उन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को एकजुट होकर फैसला लेने की सलाह भी दी। वहीं, मस्जिदों के सामने जय श्री राम का नारा लगाने वालों को उन्होंने हिजड़ा बताया।
'बंगाल में माहौल खराब कर रही है बीजेपी'
मौलाना नूरुल रहमान बरकाती ने संघ और भाजपा पर समाज में अशांति फैलाने का आरोप लगाया है। ये बातें उन्होंने कोलकाता प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि अगर कोई मुस्लिम भाजपा या संघ से जुड़ता है तो उसे सजा दी जाएगी। बरकाती ने कहा कि अगर भाजपा संघ से दूरी बना ले तभी मुसलमान भाजपा से जुड़ सकते हैं। लेकिन, जब तक भाजपा संघ के साथ काम करती है। ऐसी स्थिति में किसी भी मुसलमान को भाजपा से जुड़ने की इजाजत नहीं होगी।इसके साथ ही बरकाती ने धर्म निरपेक्ष हिन्दूओं से भी भाजपा और संघ को सत्ता से दूर रखने के लिए साथ आने की अपील की।
'संघ मुस्लिमों पर हमले कराता है'
बरकाती ने कहा कि संघ मुसलमानों पर हमले कराता है। ऐसे में कोई मुसलमान कैसे ऐसे संगठन का हिस्सा हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को याद दिलाया कि वह सिर्फ संघ के सदस्य नहीं, बल्कि अब उनके कंधों पर भारत की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी है। इसलिए उन्हें इस्लाम के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए। जब उनसे पूछा गया, क्या ये उनका फतवा है तो उन्होंने कहा कि नहीं यह सिर्फ एक चेतावनी है।
मस्जिदों के सामने जय श्री राम का नारा लगाने वालों को बताया हिजड़ा
बरकाती ने मस्जिदों के सामने जय श्री राम का नारा लगाने वालों को हिजड़ा बताया। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटनाएं होती रही तो यह कहना मुश्किल होगा कि मुसलमान कब तक चुप बैठे रहेंगे।
'ट्रिपल तलाक जायज'
मौलाना बरकाती ने ट्रिपल तलाक को जायज बताया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड में बहुत ज्यादा राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा कि शरीया की हिफाजत के लिए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को एक हो जाना चाहिए।
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