कोरोना संकट: मुस्लिम महिला ने हज के लिए जमा किए थे पैसे, अच्छा काम देख RSS से जुड़ी संस्था को दान किए
नई दिल्ली। कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए हर कोई मदद का हाथ आगे बढ़ा रहा है। जम्मू-कश्मीर की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला ने हज के लिए जमा की गई राशि आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से जुड़ी संस्था 'सेवा भारती' को दान कर दी है। 87 साल की खलीदा बेगम ने संस्था को पांच लाख रुपये की राशि दान की है। वह संस्था के लॉकडाउन के दौरान किए गए काम से काफी प्रभावित हुई हैं।
आरएसएस मीडिया विंग इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र (आईवीएसके) के हेड अरुण आनंद ने बताया, 'खलीदा बेगम कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन में जम्मू-कश्मीर में सेवा भारती द्वारा किए गए कल्याणकारी कार्यों से प्रभावित थीं और पांच लाख रुपये दान करने का फैसला लिया। वह चाहती हैं कि इस पैसे का इस्तेमाल सेवा भारती द्वारा जम्मू और कश्मीर में गरीबों और जरूरतमंदों के लिए किया जाए। उन्होंने हज करने के लिए यह रकम बचाई थी लेकिन मौजूदा हालातों के चलते वह जा नहीं पाईं।'
अरुण आनंद ने आगे कहा, 'खलीदा बेगम जम्मू-कश्मीर की पहली कुछ महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा प्राप्त की थी। वह कर्नल पीर मोहम्मद खान की बहू हैं, जो जनसंघ के अध्यक्ष थे।' खालीदा बेगम पूर्व आईपीएएस अधिकारी और उप राज्यपाल के मौजूदा सलाहकार फारूक खान की मां हैं। देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से, सेवा भारती के स्वयंसेवक जरूरतमंदों को भोजन और अन्य आवश्यक चीजें मुहैया करा रहे हैं।
संघ से जुड़े स्वयंसेवकों को शनिवार को दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल पर भीड़ का प्रबंधन करते हुए और उन्हें भोजन प्रदान करते हुए भी देखा गया था। बता दें भारत में भी कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देश में संक्रमित मामलों की संख्या 1205 हो गई है, जबकि इस महामारी से 32 लोगों की मौत भी हुई है। कोरोना वायरस को देखते हुए देश में 21 दिनों तक लॉकडाउन है, आज लॉकडाउन का 7वां दिन है।