केरल: मुस्लिम परिवार ने मंदिर में कराई गोद ली हिन्दू बेटी की शादी, देशभर में हो रही तारीफ
केरल: मुस्लिम परिवार ने मंदिर में कराई हिंदू बेटी की शादी, देशभर में हो रही तारीफ
नई दिल्ली। केरल में कासरगोड जिले में एक मुस्लिम परिवार ने गोद ली हिन्दू बेटी की शादी धूमधाम से मंदिर में कराई। लड़की जब पांच-छह साल की थी तो परिवार ने गोद ली थी। परिवार ने उसे ना सिर्फ हिन्दू रीति रिवाज सिखाए बल्कि शादी की उम्र होने पर मंदिर में शादी की। रविवार को हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार ही लड़की की शादी की गई।
दुल्हन राजेश्वरी के पिता अब्दुल्ला और खदीजा के फार्म पर काम करते थे। उनकी सालों पहले मौत हो गई, राजेश्वरी की मां की पहले की मौत हो गई थी। जब पिता की मौत हुई तो राजेश्वरी की उम्र पांच-छह साल की थी। ऐसे में खदीजा ने राजेश्वरी को गोद ले लिया। खदीजा ने अपनी बेटी की तरह ही राजेश्वरी को पाला लेकिन ये ध्यान रखा कि उसको हिन्दू धर्म की भी तालीम मिले।
कुछ समय पहले 22 साल की राजेश्वरी को विष्णु नाम के एक लड़के से शादी का प्रस्ताव मिला। दोनों परिवारों ने शादी तय कर दी तो लड़के वालों ने मंदिर में शादी करने के लिए जोर दिया। ऐसे में कन्हंगड़ के भगवती मंदिर का चुनाव किया, जहां सभी धर्मों के लोग आ जा सकते हैं। भगवती मंदिर में रविवार को मुस्लिम परिवार ने अपनी हिंदू बेटी की शादी और विदाई की। पारंपरिक हिंदू परिधान में सजी राजेश्वरी की शादी विष्णु प्रसाद के साथ हुई। इस दौरान परिवार और दोस्तों के अलावा हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद थे। सैकड़ों लोगों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया।
सोशल मीडिया पर अब्दुल्ला और खदीजा की खूब तारीफें लोग कर रहे हैं। कई यूजर्स ने इस जानकारी को शेयर करते हुए लिखा कि जो इस परिवार ने किया वो इंसानियत की मिसाल है। हिन्दू-मुस्लिम पर लड़ने वालों को सीखना चाहिए कि कैसे एक पांच साल की बच्ची के मजहब का पूरे परिवार ने सम्मान किया जबकि वो दूसरे धर्म को मानते हैं।
केरल से बीते महीने भी एक ऐसी ही अच्छी खबर आई थी। जब अलापुझा की मस्जिद में एक हिन्दू जोड़े ने शादी का सात फेरे लिए थे। मस्जिद परिसर में बैठकर पंडित ने मंत्रोच्चार के साथ शादी कराई और फिर भोज भी हुआ। ये सब मस्जिद कमेटी और स्थानीय स्थानीय नागरिकों की मदद से कराया गया। अलापुझा के चेरुवल्ली में बेटी की शादी में आ रही आर्थिक मुश्किल का सामना कर रही हिन्दू महिला ने जब इस बारे में स्थानीय मस्जिद कमेटी को बताया तो कमेटी ने शादी का जिम्मा अपने ऊपर ले लिया और धूमधाम से शादी की।
शादी में बाराती और स्थानीय 1000 लोगों को दावत दी गई। शादी में दूल्हा-दुल्हन की इच्छा के मुताबिक, शाकाहारी खाने का इंतजाम किया गया। मस्जिद कमेटी की ओर से दुल्हन को सोने के 10 सिक्के और दो लाख रुपए भी तोहफे के तौर पर दिए गए। केरल के सीएम पिनरई विजयन ने इस शादी की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा था कि यही केरल की संस्कृति है और हमारी ताकत भी।