श्रीनगर में एक पुल के लिए वर्षों पुरानी मस्जिद गिराने के लिए तैयार हुआ मुस्लिम समुदाय
नई दिल्ली- जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर की वर्षों पुरानी एक जरूरत पूरी होने का रास्ता साफ हो गया है। एक बहुत ही असाधारण रवैए का परिचय देते हुए मुस्लिम समुदाय झेलम नदी पर पुल निर्माण के लिए 40 साल पुरानी मस्जिद को गिराने देने के लिए राजी हो गया है। श्रीनगर के लोगों को लंबे वक्त से झेलम नदी पर इस पुल के निर्माण का इंतजार है। यह काम मस्जिद और कुछ दूसरी इमारतों की वजह से पिछले 17 साल से भी ज्यादा वक्त से लटका हुआ था, लेकिन आखिरकार स्थानीय लोगों ने परिस्थिति को समझकर मस्जिद हटाने पर हामी भर दी।
पुल के लिए मस्जिद हटाने को तैयार मुस्लिम समुदाय
रविवार को अधिकारियों ने बताया है कि श्रीनगर में झेलम नदी पर पुल निर्माण के लिए 40 साल पुरानी एक मस्जिद हटाने के लिए मुस्लिम समाज के लोग तैयार हो गए हैं। रविवार को श्रीनगर के जिला विकास आयुक्त शाहिद इकबाल चौधरी और मस्जिद की मैनेजिंग कमेटी के अबू तुराब ने उस चार दशक पुरानी मस्जिद का दौरा किया, जिसे ढहाने का काम शुरू हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि डीडीसी ने जमीन अधिग्रहण के लिए मस्जिद मैनेजमेंट के साथ कई दौर की बातचीत के बाद इस मसले को सुलझाने में कामयाबी पाई है। इस मस्जिद के हटाने के फैसले के साथ ही श्रीनगर के कमरवारी और नूरबाग के बीच 166 मीटर लंबे दो-लेन वाले पुल बनने का रास्ता साफ हुआ है। इस पुल का निर्माण एक साल के अंदर हो जाने की उम्मीद है।
डीडीसी ने इसी महीने एनएच पर भी काम शुरू करवाया था
अधिकारियों के मुताबिक इस मस्जिद के अलावा कुछ और रिहायशी और कॉमर्शियल इमारतों की वजह से पुल बनाने के काम में दिक्कतें हो रही थीं। इन अधिकारियों के बीच शुक्रवार को शहर के रामपुरा इलाके के कमरवारी में इनके बीच करार होने के बाद शनिवार से ही मस्जिद ढहाने का काम शुरू कर दिया गया था। यह लगातार दूसरा मौका है, जब डीडीसी की वजह से लटके हुए प्रोजेक्ट में काम शुरू हो पा रहा है। इस महीने की शुरुआत में उन्होंने जौनकोटे स्थित ऐतिहासिक दमदमा साहिब गुरुद्वारे के मैनेजमेंट से बातचीत कर श्रीनगर-बारामुला नेशनल हाइवे पर काम शुरू करवाया था। यहां का काम भी काफी समय से बंद पड़ा था।
2002 से ही अटका पड़ा था पुल का निर्माण
श्रीनगर के विकास कार्यों से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि 10 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल का काम 2002 में ही शुरू हुआ था, लेकिन, रुकावटों की वजह से यह काम आगे नहीं बढ़ पा रहा था। उनके मुताबिक मस्जिद के अलावा भी इसमें कुल मिलाकर 18 अड़चनें थी। श्रीनगर के जिला विकास आयुक्त शाहिद इकबाल चौधरी के मुताबिक, "अब इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की मुख्य रुकावट दूर कर ली गई है, जल्द ही इसपर काम शुरू किया जाएगा और पूरा किया जाएगा। " उन्होंने बताया कि एक फायर स्टेशन समेत 16 रिहायशी और कमर्शियल इमारतों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया जाएगा। चौधरी ने कहा है कि पुल निर्माण के साथ ही जिला प्रशासन बाढ़ से सुरक्षा और झेलम के सौंदर्यीकरण और आसपास के रोड की मरमत्ती और इलाके में स्मार्ट लाइटनिंग की भी व्यस्था करेगा।