मुरली मनोहर जोशी ने आडवाणी को लिखी चिट्ठी को बताया फर्जी, चुनाव आयोग से की जांच की मांग
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने का लालकृष्ण आडवाणी ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उस पत्र को फर्जी करार दिया है जिसमें पार्टी और नेताओं के बीच मतभेद की बात कही गई है। इस पत्र में सीटों के बारे में भी कहा गया है कि बीजेपी को इस बार कम सीटें मिलेंगी जैसी बातें कही गईं हैं। इस मामले को लेकर मुरली मनोहर जोशी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर वायरल हो रहे चिट्ठी की जांच की मांग की है।
मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखे चिट्ठी में मुरली मनोहर जोशी ने लिखा है कि मेरे एख मित्र ने मुझे फोन पर बताया है कि सोशल मीडिया पर कल से एक इस प्रकार का पत्र चल रहा जिसे मैंने लालकृष्ण आडवाणी को लिखा है। मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि आगे कहा है कि मैंने इस प्रकार का कोई भी पत्र आडवाणी जी को नहीं लिखा है और कृपया इसकी जांच कराई जाए कि आखिर यह पत्र कहां से आया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। उन्होंने इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि शनिवार-रविवार को सोशल मीडिया पर लोगों ने मुरली मनोहर जोशी का पक समझ कर शेयर किया है। लेकिन इस लेटर को मुरली मनोहर जोशी ने फेक करार दिया है। दरअसल इस बार के लोकसभा चुनाव में मुरली मनोहर जोशी को पार्टी ने टिकट नहीं दिया जबकि वे कानपुर से मौजूदा सांसद हैं। इसी वजह से लोगों ने इस फेक पत्र पर विश्वास कर लिया।
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यहां तक की वायरल हो रहे पत्र पर न्यूज एजेंसी एएनआई का लोगो भी रखा था, लेकिन बाद में एएनआई ने भी इसे फर्जी करार दिया है। अब लेटर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद खुद मुरली मनोहर जोशी ने सफाई दी है कि वायरल हो रहा पत्र फर्जी है, उन्होंने कोई पत्र लिखा ही नहीं। इसलिए वो चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है और कार्रवाई की मांग की है।
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