मुंबई के स्कूल में हिजाब पर पाबंदी, परिजनों को भी हटाना होगा नकाब
मुंबई। मुंब्रा स्कूल के भीतर हिजाब पहनने पर स्कूल की पाबंदी के फैसले के खिलाफ बच्चों के अभिभावकों ने नाराजगी जताई है। मुंब्रा के प्राइवेट स्कूल सिंबॉयसिस में बच्चों को हिजाब पहनने से रोक दिया गया है, स्कूल ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए स्कूल में हिजाब नहीं पहनने का निर्देश दिया है। सभी छात्राओं को स्कूल के भीतर हिजाब या नकाब पहनने से मना कर दिया है जिससे चेहरे को ढका जाता है, इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया गया है।
चेहरा दिखाना होगा
इस महीने की शुरुआत में मुंब्रा के सिंबॉयसिस स्कूल ने एक सर्कुलर जारी करके कहा कि छात्रों के माता-पिता और उनके परिवार के सदस्यों को स्कूल के भीतर बिना हिजाब के आना पड़ेगा और उन्हें अपनी पहचान हिजाब हटाकर दिखानी होगी। इसमे यह भी कहा गया है कि छात्रों को स्कूल के भीतर अपना चेहरा ढकने की इजाजत नहीं होगी, यहां तक स्कूल से जाते समय भी उन्हें अपना चेहरा खुला रखना होगा। स्कूल की एक छात्रा ने बताया कि हमारा हिजाब इस तरह से बनाया जाता है जिससे हमारा चेहरा हर समय दिखता रहे।
स्कूल ने दिया सुरक्षा कारणों का हवाला
स्कूल के ट्रस्टी कमलराज देव ने कहा कि यह कदम सुरक्षा कारणों की वजह से काफी जरूरत था। कुछ बच्चे पूरी तरह से अपना चेहरा ढककर बुरका पहनकर जाते हैं। जब उनके माता-पिता आते हैं तो हमारे सुरक्षाकर्मियों को इस बात का पता नहीं चलता है कि उनकी लड़कियां कहां गईं। उन्होंने बताया कि हाल ही में जब दो महिलाएं अपनी लड़कियों को स्कूल से जल्दी लेने के लिए आईं तो उनके चहरे पूरी तरह से ढके थे। इसके बाद हमने क्लास टीचर को बुलाया, लेकिन जबतक वह आती दोनों हमिलाएं लड़कियों के साथ जा चुकी थीं। कमलराज ने कहा कि ऐसे में लड़कियों को कोई भी अगवा कर सकता है।
कुछ संतुष्ट, कुछ नाराज
स्कूल के इस सर्कुलर के खिलाफ कई अभिभावकों ने आपत्ति जताई है, उनका कहना है कि स्कूल हमारी धार्मिक रिवाज में हस्तक्षेप कर रहा है, जबकि कुछ अभिभावकों ने स्कूल के इस फैसले का स्वागत किया है। कमलराज देव ने कहा कि हम किसी की धार्मिक भावना को आहत नहीं करना चाहते हैं, लेकिन कैमरे के सामने परिजनों को चेहरा दिखाना होगा ताकि वह रिकॉर्ड हो सके, यह पूरी तरह से बच्चों की सुरक्षा के लिए है।
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