Mumbai Terro Attack: कोर्ट में मेरे पास बंदूक होती तो कसाब को मार देती गोली
नई दिल्ली। मुंबई हमले को आज 9 वर्ष पूरे हो गए हैं, इसी दिन मुंबई में 9 लश्कर के आतंकियों ने सड़क पर खून खराबा किया था, जिसमे 166 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने 8 आतंकियों को मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया था, जबकि एक आतंकी अजमल कसाब को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसे बाद में फांसी की सजा सुनाई गई थी। मुंबई हमलों की 9वीं बरसी की दर्दनाक याद को लोगों ने एक बार फिर से साझा किया है।
मेरे हाथ में गोली होती तो कोर्ट में ही मार देती
मुंबई हमलों के दौरान वहां मौजूद चश्मदीद देविका जो खुद की जान बचाने में सफल हुई थीं का कहना है कि जब मैंने कसाब को कोर्ट में देखा थो मैं आग बबूला हो गई थी, मुझे यही लग रहा था कि अगर मेरे हाथों में बंदूक होती तो मैं उसे वहीं गोली मार देती। लेकिन हमे पता है कि कसाब एक मच्छर है, उम्मीद है कि एक दिन बड़े आतंकी इस मामले में बुक किए जाएंगे।
छह रिश्तेदारों को खोया
वहीं इस घटना को याद करते हुए रहीम अंसारी बताते हैं कि मैं इस घटना के बाद अवसाद में चला गया था। मेरे रिश्तेदारों को बचने का कोई मौका नहीं मिला, मुझे इस बात की खुशी है कि सभी आतंकियों को या तो मार गिराया गया या फिर उन्हें सजा मिली। हाफिज सईद पाकिस्तान में है, यह अच्छा होगा अगर भारत सरकार उसे भारत लाने में सफल होती है औऱ उसे सजा देती है। रहीम अंसारी ने मुंबई हमलों में अपने 6 रिश्तेदारों को खोया था।
हाफिज सईद को किया गया रिहा
आपको बता दें कि मुंबई हमलों की 9वीं बरसी से ठीक दो दिन पहले इस हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को लाहौर कोर्ट ने बरी कर दिया था, जिसके बाद उसकी रिहाई का जश्न मनाया गया, केक काटा गया और मिठाई बांटी गई। कोर्ट से बरी होने के बाद सईद ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला था, उसने कहा था कि वह कश्मीर की आजादी के लिए पाकिस्तान को एकजुट करेगा और वह इस लड़ाई को जारी रखेगा।
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