मुंबई: शिवसेना-कांग्रेस और NCP साथ मिलकर लड़ेगी सभी चुनाव- उद्धव ठाकरे
नई दिल्ली- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की सत्ताधारी महा विकास अघाड़ी गठबंधन को लेकर शुक्रवार को एक बहुत बड़ी घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा है कि बीएमसी समेत राज्य में आगे से सारे चुनाव तीनों दल साथ मिलकर लड़ेंगे। गौरतलब है कि अभी तक यही चर्चा थी कि बीएमसी चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना के साथ हाथ नहीं मिलाएगी। गौरतलब है कि कल उद्धव की गठबंधन सरकार प्रदेश में एक साल पूरा कर रही है, इस मौके पर उन्होंने मुंबई स्थित अपने आधिकारिक आवास में कुछ चुनी हुई मीडिया के लोगों के बीच इस बात का ऐलान किया है।
बीएमसी को शिवसेना की राजनीति का आधार माना जाता रहा है, लेकिन अब उद्धव ठाकरे उसमें भी अपने सहयोगी दलों के साथ हाथ मिलाने को तैयार हो गए हैं। उद्धव ठाकरे की यह घोषणा महाराष्ट्र की भविष्य की राजनीति के लिए बहुत बड़े बदलाव का संकेत है, जिसकी नींव पिछले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव के बाद ही पड़ चुकी थी। उद्धव ने मीडिया के सामने स्पष्ट तौर पर कहा है कि 'एमवीए बीएमसी समेत सभी चुनाव साथ मिलकर लड़ेगी।' इस दौरान ठाकरे ने भाजपा पर फिर से हमला करते हुए कहा है कि '25-30 साल पुराने दोस्त से धोखा पिछले साल की सबसे बड़ी कभी नहीं भुलाने लायक घटना थी।' उन्होंने कहा है, 'मैं चलता रहूंगा। बीजेपी की धोखेबाजी से पैदा हुए गुस्से की जिम्मेदारी मैं लेता हूं। अनुचित अपेक्षाएं रखने का कोई मतलब नहीं है। देखिए क्या होता है।'
गौरतलब है कि बीएमसी का चुनाव 2022 में होना है और मुंबई कांग्रेस के कई नेता अब तक बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने के पक्ष में बताए जाते रहे थे। बता दें कि पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में भाजपा के नेताओं से कहा था कि उन्हें 2022 के बीएमसी चुनाव में जीतने का पूरा भरोसा है। इस दौरान उन्होंने शिवसेना पर यह कहकर तंज कसा था कि बीएमसी में फिर से भगवा फहराने की जरूरत है, लेकिन वह भाजपा का होगा, जिसकी विचारधारा मिलावटी नहीं है।
इससे पहले अपनी पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के लिए पार्टी के सांसद और उसके कार्यकारी संपादक संजय राउत को दिए इंटरव्यू में ठाकरे ने विश्वास जताया था कि उनकी सरकार अगले चार साल का कार्यकाल पूरा करेगी और उसके बाद राज्य की जनता उसके बारे में फैसला लेगी। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर ईडी और सीबीआई जांच के जरिए राजनीतिक प्रतिशोध लेने का भी आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार इससे डरने वाली नहीं है। ठाकरे ने कोरोना के शुरुआती दिनों में उसे संभालने को चुनौती माना है और कहा है कि उनमें प्रशासनिक अनुभव की कमी थी, लेकिन उनके सहयोगियों और नौकरशाही ने इसमें उनका साथ दिया है।