Republic TV पर मुंबई पुलिस ने दर्ज की चौथी FIR, एंकर और संपादकों पर केस, जानें इस बार क्या है आरोप
Republic TV पर मुंबई पुलिस ने दर्ज की चौथी FIR, एंकर और संपादकों पर केस, जानें इस बार क्या है आरोप
मुंबई: Republic TV VS Mumbai Police: टीआरपी केस में (TRP Case) में फंसे रिपब्लिक टीवी (Republic TV)चैनल की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। मुंबई पुलिस ने (Mumbai Police) शुक्रवार (23 अक्टूबर) को रिपब्लिक टीवी की संपादकीय (Editorial) टीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मुंबई पुलिस द्वारा रिपब्लिक टीवी पर चौथा मुकदमा दर्ज किया गया है। इस एफआईआर में चैनल के संपादक और एंकरों सहित चार लोगों के नाम शामिल हैं। मुंबई पुलिस ने चैनल के एडिटोरियल टीम पर मुंबई पुलिस के कर्मियों के बीच वैमनस्यता फैलाने का आरोप लगाया है।
जानें क्या है Republic TV पर आरोप
रिपब्लिक टीवी की एडिटोरियल टीम के खिलाफ एफआईआर करने वाले शिकायतकर्ता सब इंस्पेक्टर शशिकांत पवार हैं। सब इंस्पेक्टर शशिकांत पवार ने अपनी शिकायत में रिपब्लिक टीवी की डेप्युटी एडिटर सागरिका मित्रा, डेप्युटी एडिटर शावन सेन, एंकर शिवानी गुप्ता,कार्यकारी संपादक निरंजन नारायणस्वामी का नाम लिखा है।
पुलिस ने कहा है कि रिपब्लिक चैनल ने उन खबरों को हवा दी जो पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह के खिलाफ पुलिस कर्मियों में असहमति पैदा की। पुलिस ने दावा किया कि मुंबई पुलिस के जवान परम बीर सिंह के खिलाफ विद्रोह कर रहे थे, और उनके आदेश को स्वीकार्य नहीं कर रहे थे।
एनएम
जोशी
मार्ग
पुलिस
ने
रिपब्लिक
की
एडिटोरियल
टीम
के
खिलाफ
पुलिस
एक्ट
1922
की
धारा
3
(1)
और
आईपीसी
की
धारा
500
(मानहानि)
और
धारा
34
(आम
इरादे)
के
तहत
केस
दर्ज
किया
है।
किस शो को लेकर हुआ Republic TV पर केस दर्ज
रिपब्लिक टीवी पर ये चौथी एफआईआर 22 अक्टूबर को प्रसारित शाम 7 बजे के शो को लेकर हुआ है। एफआईआर में कहा गया है, शिकायतकर्ता सब इंस्पेक्टर शशिकांत पवार 22 अक्टूबर की शाम 7 बजे रिपब्लिक टीवी देख रहे थे। उसी दौरान 'शाम की सबसे बड़ी खबर' फ्लैश हुई। शो में उस वक्त एंकर शिवानी गुप्ता पूछते दिख रही थीं, 'क्या मुंबई पुलिस में परमबीर (पुलिस कमिश्नर) के खिलाफ विद्रोह हो गया है? वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है।'
शिकायतकर्ता सब इंस्पेक्टर शशिकांत पवार का एफआईआर में आरोप है, एंकर ने परम बीर सिंह पर आरोप लगाया कि वह मुंबई पुलिस का नाम खराब कर रहे हैं और अपने व्यक्तिगत हित साधने के लिए काम कर रहे हैं।
रिपब्लिक के प्रधान संपादक Arnab Goswami पर भी दो केस
रिपब्लिक चैनल के खिलाफ यह चौथा केस है। रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) के खिलाफ भी फेक टीआरपी केस में दो एफआईआर दर्ज की गई है। अर्नब गोस्वामी पर सांप्रदायिक तनाव के लिए उकसाने का आरोप है। टीआरपी घोटाले मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच कर रही है।
चौथी एफआईआर पर चैनल ने बयान देते हुए कहा, मीडिया संगठन के पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज करना लोकतंत्र का अपमान करने जैसा है। महाराष्ट्र में इसका असर दिखेगा।