मुंबई की मेयर बोंली- मंदिर, मस्जिद की जगह स्वास्थ्य सुविधाओं पर खर्च हो पैसा
नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 26 लाख के पार पहुंच गई है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां अब तक 1.28 लाख मामले आ चुके हैं। जिसको लेकर बीएससी और महाराष्ट्र सरकार लगातार बड़े कदम उठा रही है। जिस वजह से धीरे-धीरे वहां पर हालात भी सुधर रहे हैं। इस बीच मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर का बड़ा बयान सामने आया है। पेडनेकर के मुताबिक मंदिर और मस्जिद बनाने की बजाए स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने पर जोर देना चाहिए।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में किशोरी पेडनेकर ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद मुंबई कोरोना वायरस से निपटने में सफल रही है। जैसे ही भयानक स्थिति उत्पन्न होने वाली थी हमने सही कदम उठा लिए। उनके मुताबिक जब पीएम मोदी ने मार्च में देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था, उससे पहले ही सीएम उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन कर दिया था। उन्होंने बताया कि 1.25 करोड़ की आबादी वाले मुंबई में जनसंख्या धनत्व और झुग्गियां ज्यादा हैं। इस वजह से कोरोना वहां पर चुनौती बन गया है। इसके लिए उन्होंने 4T फार्मूला लागू किया यानी ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और ट्रैकिंग। कोलीवाड़ा और धारावी जैसे हॉटस्पॉट्स में अब तेजी से सुधार हो रहा है।
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किशोरी पेडनेकर के मुताबिक महामारी ने हमें एक जरूरी सबक सिखाया है। जिसके मुताबिक मंदिरों, मस्जिदों, चर्च और गुरुद्वारे बनाने की जगह हमें अस्पताल और नर्सिंग होम्स बनाने चाहिए। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थल भी जरूरी हैं, लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं को ज्यादा महत्व देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की कमी थी। कई मामलों में तो मरीज देर से अस्पताल पहुंचे, जब उनकी हालत बिगड़ गई थी। केंद्र सरकार भी व्यवस्थाओं से खुश नहीं थी। जिसके बाद उन्होंने सभी चीजों का व्यवस्थित ढंग से इंतजाम किया, जिस वजह से WHO ने भी धारावी मॉडल की तारीफ की।