मुंबई किसान रैली: पवार बोले- राज्यपाल के पास कंगना से मिलने का वक्त, किसानों से नहीं
मुंबई। farmers rally at Azad Maidan, कृषि क़ानूनों (Farm laws)के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए महाराष्ट्र(Maharashtra) के अलग-अलग हिस्सों से किसान मुंबई(Mumbai) के आज़ाद मैदान में जमा हुए। रैली में पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और एनसीपी प्रमुख शरद पवार(Sharad pawar), प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट(bala saheb thorat) ने हिस्सा लिया है। वहीं शिवसेना नेता और कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपने प्रतिनिधि को भेज दिया है।
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दिल्ली में किसानों के समर्थन में मुंबई में आयोजित की गई किसानों की रैली को संबोधित करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि , ठंड के मौसम में, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान पिछले 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। पंजाब, हरियाणा और अन्य जगहों से किसान जो दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं उन्हें मेरा सहयोग रहेगा। जिनकी हांथों में सत्ता है उन्हें इन किसानों की चिंता नहीं है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या उनका हाल लिया? केंद्र की सरकार सिर्फ नौटंकी देख रही है। क्या पंजाब पाकिस्तान है? उसपर निर्णय अबतक क्यूं नहीं?
शरद पवार ने कहा कि राज्यपाल के पास कंगना रनौत से मिलने का वक्त है, लेकिन आंदोलन कर रहे किसानों से मिलने का वक्त नहीं है। महाराष्ट्र में कभी ऐसा राज्यपाल नहीं आया, जिसके पास किसानों से मिलने का वक्त नहीं है। केंद्र ने बिना किसी चर्चा के कृषि कानूनों को पास कर दिया, जो संविधान के साथ मजाक है। अगर सिर्फ बहुमत के आधार पर कानून पास करेंगे तो किसान आपको खत्म कर देंगे, ये सिर्फ शुरुआत है।
शरद पवार ने यह भी कहा कि चर्चा किए बिना कानून लाना, एक दिन में एक अधिवेशन में लाया गया कानून लागू हो रहा है। कृषि बिल को लेकर हमारे में काल मे जो चर्चा हुई, वो पूरी नहीं हुई थी। उन्होंने कहा, गुलाम नबी आजाद सहित कई लोगों ने कहा था कि इस कानून पर हमें विस्तार से चर्चा करनी है, लेकिन सरकार ने कहा था कि आज के आज ये लागू होगा।
किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल 25 जनवरी को राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को ज्ञापन सौंपेगे और साथ ही गणतंत्र दिवस के मौके पर आजाद मैदान में झंडा फहराएंगे। पुलिस अधिकारी ने बताया था कि किसान रैली के मद्देनजर पुलिस ने दक्षिण मुंबई स्थित आजाद मैदान और उसके आसपास के इलाकों की सुरक्षा की विशेष तैयारी की है और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के जवानों की तैनाती की गई है, इसके साथ ही ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।
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