मुंबई हादसा: 30 घंटे बाद राहत और बचाव का काम पूरा, 14 की मौत
नई दिल्ली। मुंबई के डोंगरी में मंगलवार दोपहर इमारत गिरने से 14 लोगों की मौत हुई है, जबकि 9 लोग घायल हैं। करीब 30 घंटे से जारी राहत और बचाव का काम बुधवार शाम छह बजे बंद कर दिया गया। घटनास्थल से मलबा हटा दिया गया है और गली को खोल दिया गया है। मंगलवार दोपहर करीब पौने बारह बजे डोंगरी की टंडेल गली में केसरबाई नाम की बिल्डिंग ढह गई थी। ये इमारत करीब 100 साल पुरानी थी और इसमें 15 परिवार रह रहे थे।
इमारत के मलबे में कई परिवार फंस गए थे। हादसे की सूचना पर स्थानीय प्रशासन, एंबुलेंस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव में जुट गए थे। टीमें लगातार राहत और बचाव में जुटी थीं। कुछ लोंगों को मलबे से जिंदा निकाल लिया गया लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद 14 लोगों की जान हादसे में चली गई। 9 घायलों का अभी भी इलाज हो रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस और कई दूसरे नेताओं ने हादसे पर दुख जताया हैं। पीएम ने कह कि जिन लोगों की जान गई उनके परिवारों के प्रति वो संवेदना प्रकट करते हैं और घायलों की सेहत के लिए दुआ करते हैं। अमित शाह ने भी हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि वो शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं। शाह और मोदी ने प्रशासन एनडीआरएफ और बचाव में लगी दूसरी टीमों की भी तारीफ की है।
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