#Me Too की आड़ लेकर सेना की छवि खराब करने की कोशिश, मुंबई की महिला ने ऑफिसर पर लगाया बड़ा आरोप
नई दिल्ली। पिछले वर्ष पूरी दुनिया के साथ ही देशभर में मी टू कैंपेन की काफी चर्चा थी। जहां कुछ शिकायतें सही पाई गईं तो कुछ शिकायतों को फर्जी पाया गया था। इसी कैंपेन की आड़ लेकर मुंबई की एक महिला ने सेना के एक ऑफिसर पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के यह ऑफिसर इस समय कश्मीर में पोस्टेड हैं। इस ऑफिसर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का सिरे से खारिज कर दिया। ऑफिसर का कहना है कि मी टू कैंपेन की आड़ लेकर सेना की इमेज खराब करने की कोशिश की गई है। इस पूरी मुहिम का बस एक ही मकसद है और वह पैसे ऐंठना।
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मुंबई के युवक ने किया ऑफिसर को कॉल
इस पूरे प्रकरण की शुरुआत 30 दिसंबर 2017 से हुई जब कश्मीर में पोस्टेड एक ऑफिसर के पास मुंबई से एक कॉल आई। यह कॉल दीपक डी सिंह नामक शख्स की थी और इस व्यक्ति ने खुद को बेलगाम के मिलिट्री स्कूल का पूर्व छात्र बताया। दीपक सिंह ने ऑफिसर को बताया कि वह साल 1992 में स्कूल से पास आउट है और इस समय अंधेरी मुंबई में रह रहा है। दीपक सिंह ने ऑफिसर को बताया कि उसे किसी रामबीर सांगवान से उनका नंबर मिला है और वह दिल्ली में स्कूल के एसोसिएशन के प्रेसीडेंट हैं। इसके बाद दीपक सिंह, ऑफिसर के साथ बहुत ज्यादा फ्रेंडली हो गए और काफी दोस्ताना अंदाज में बात करने लगे। लेकिन जो नंबर कॉलर आईडी पर दिखा रहा था वह स्पैम बताया जा रहा था। ऑफिसर ने दीपक से कहा कि वह उनसे बाद में बात करेंगे। ऑफिसर को दीपक का बर्ताव सही नहीं लग रहा था और उन्होंने दीपक से बात न करना ही बेहतर समझा। दीपक सिंह के बार-बार कॉल करने पर ऑफिसर ने रामबीर सांगवान को कॉल करके उनसे दीपक सिंह के बारे में पूछा। सांगवान ने उन्हें बताया कि वह दीपक सिंह को व्यक्तिगत तौर पर नहीं जानते हैं लेकिन उन्हें मालूम है कि दीपक मिलिट्री स्कूल के पास आउट हैं।
जताई ऑफिसर से मिलने की इच्छा
दीपक सिंह ने फिर से इन ऑफिसर को मैसेज भेजकर कहा कि वह उनसे मिलना चाहते हैं। दीपक के अनुरोध पर ऑफिसर उनसे और उनकी दूसरी पत्नी अंजलि वर्मा से मिलने को तैयार हो गए। दीपक ने उन्हें बताया कि वह सोनमर्ग घूमने जा रहे हैं और अपनी यात्रा के बीच में ही वह ऑफिसर से मिलेंगे। दीपक जब ऑफिसर से मिले तो उनसे कहा कि वह आर्मी बैकग्राउंड से हैं और ऐसे में वह चाहते हैं कि पत्नी को आर्मी की लाइफ दिखाना चाहते हैं। ऑफिसर ने दोनों को लंच के लिए मेस में इनवाइट किया। लंच के दौरान दीपक ने खुद को रीयल एस्टेट बिजनसे से जुड़ा बताया और कहा कि वह मुंबई में नामी बिल्डर के साथ काम करते हैं। ऑफिसर ने यह जानकर उनसे पूछा कि क्या वह गोवा में प्रॉपर्टी खरीदने में उनकी मदद कर सकते हैं। दो जनवरी 2018 को दोनो सोनमर्ग के लिए रवाना हुए और इसी दिन वापस आ गए। इसके बाद अगले दो दिनों तक दोनों आर्मी कैंट में ही रुके।
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डिनर पर पत्नी ने पी शराब
ऑफिसर की तरफ से शाम को दोनों की डिनर के लिए इनवाइट किया गया था। डिनर पर अंजलि वर्मा शराब पीने लगीं और उन्हें देखकर वहां पर मौजूद बाकी लोग काफी हैरान रहे गए। ऑफिसर ने अंजलि को समझाया कि वे दोनों उनके मेहमान हैं और उन्हें सही तरह से व्यवहार करना चाहिए। इसी दौरान अंजलि ने ऑफिसर पर उनके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। दीपक ने जब बाकी ऑफिसर्स को इस बारे में बताया तो वे सभी हैरान रह गए। अगले दिन यानी तीन जनवरी 2018 को दोनों लंच के बाकी ऑफिसर्स के साथ थे और जिस ऑफिसर पर आरोप लगाया था, उनके साथ मौजूद रहे। अंजलि और दीपक इसके बाद एक सीनियर ऑफिसर के पास गए और लिखित शिकायत दर्ज कराई। चार जनवरी 2018 को मुंबई के दीपक और अंजलि वापस लौट गए।
श्रीनगर हाई कोर्ट तक पहुंचा मामला
आठ जनवरी 2018 को अंजलि ने ब्रिगेडियर रैंक के ऑफिसर को चिट्ठी लिखी। आर्मी की इन्क्वॉयरी में ऑफिसर की ओर से कुछ भी गलत करने का कोई सुबूत नहीं मिला। सेना की ओर से यह मैसेज अंजलि वर्मा को दे दिया। उन्हें बताया कि जांच जारी और पूरी होने पर सही कार्रवाई की जाएगी। 22 फरवरी 2018 को अंजलि वर्मा ने शिकायत दर्ज कराई। जब इस दंपति के बारे में पता लगाया गया तो मालूम चला कि दीपक डी सिंह कई मामलों में दोषी साबित हो चुका। वह अपनी पहली पत्नी को तलाक देने के बाद कई आर्मी ऑफिसर्स की पत्नियों को यह कहकर ठग चुका है कि वह उनसे शादी करेगा लेकिन इसके बाद उनसे अच्छी-खासी रकम ऐंठता और फिर चंपत हो जाता। दिसंबर 2018 में इस दंपति के वकील की ओर से ऑफिसर को फोन करके कोर्ट के बाहर समझौता करने का प्रस्ताव भी दिया गया। ऑफिसर का कहना है कि पुलिस ने उसके केस की जांच ठीक तरह से नहीं की है। फिलहाल मामला श्रीनगर हाई कोर्ट में है। हाई कोर्ट ने इस मामले पर स्टे लगा दिया है क्योंकि उसे केस की जांच ठीक नहीं लगी।