मुंबई हादसा: BMC ने चिट्ठी जारी कर बताया- चेतवानी के बाद भी बिल्डिंग में रह रहे थे लोग
मुंबई। मुंबई के डोंगरी इलाके में केसरबाई नाम की चार मंजिला इमारत गिर गई। अबतक 4 लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि हुई है। अभी भी कुछ लोग मलबे में दबे हुए हैं और मृतकों की संख्या बढने की उम्मीद है। अब इस पूरे मामले में बीएमसी का बयान आया है। बिल्डिंग को BMC की तरफ से 2017 में ही खतरनाक घोषित कर दिया गया था।
लेकिन इस चेतावनी के बावजूद 100 साल पुरानी इस बिल्डिंग में कई परिवार रह रहे थे। इसी दौरान BMC की एक चिट्ठी सामने आई है जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है। सात अगस्त, 2017 को जारी किए गए इस नोटिस में केसरबाई नाम की इस बिल्डिंग को BMC ने C-1 घोषित किया गया था। यानी इस बिल्डिंग को खाली कर ढहाने के निर्देश दिए गए थे।
Brihanmumbai Municipal Corporation (BMC) in a letter dated 7 August 2017 on Kesarbhai building that collapsed in Dongri, today: Building is classified as 'C1', to be evacuated for demolition at the earliest...In event of any mishap this office won't be responsible. #Maharashtra pic.twitter.com/h2XEaV4LxF
— ANI (@ANI) July 16, 2019
साथ ही BMC की तरफ से चेतावनी दी गई थी कि अगर इस बिल्डिंग के साथ कोई भी हादसा होता है, तो उसके लिए बीएमसी जिम्मेदार नहीं होगी। बता दें कि मुंबई के डोंगरी के टांडेल गली में केसरबाई नाम की बिल्डिंग का मंगलवार दोपहर आधा हिस्सा गिर गया। यह बिल्डिंग अब्दुल हमीद शाह दरगाह के पीछे है। बिल्डिंग में करीब 8-10 परिवार रह रहे थे, जब हादसा हुआ तब भी करीब 40-50 लोगों के दबे होने की आशंका है।