मुंबई ब्रिज हादसा: कोर्ट ने स्ट्रक्चरल ऑडिटर को 25 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा
नई दिल्ली। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन के बाहर बना फुटओवर ब्रिज 14 मार्च को गिर गया था जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई थी और 30 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस हादसे के पीछे स्ट्रक्चरल ऑडिट में लापरवाही सामने आई थी जिसपर आज सीएम फडणवीस का बयान आया है। उन्होंने कहा कि यदि स्ट्रक्चरल ऑडिट में कोई गलती है तो यह बेहद गंभीर है और हम इसके लिए सुधारात्मक उपाय करेंगे। देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि इस हादसे को लेकर कोई आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
वहीं, मुंबई में पिछले हफ्ते हुए फुटओवर ब्रिज हादसे के मामले में स्ट्रक्चरल ऑडिटर को गिरफ्तार किया था जिसे आज कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने नीरज देसाई को 25 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इसके पहले, पुलिस ने कहा था कि नीरज कुमार देसाई की कंपनी ने कथित तौर पर पुल का ढांचागत निरीक्षण किया था और ढांचे में कुछ क्षरण के बावजूद उसे इस्तेमाल के लिये क्लीयरेंस दे दिया था।
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मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CMST) के पास एक फुटओवर ब्रिज गिर गया था, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गए थे। हादसा गुरुवार शाम करीब 7.30 बजे हुआ। यह फुटओवर ब्रिज सीएसटी प्लेटफॉर्म संख्या 1 के उत्तरी छोर को टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग के पास बीटी लेन से जोड़ता था।
हादसे के बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा था कि अगर ऑडिट रिपोर्ट पर सवाल उठता है तो इसकी जांच की जाएगी। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला था और कहा था कि बार बार हो रहे इस तरह के हादसों की जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल को इस्तीफा देना चाहिए या फिर उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए।