पिता की मौत के बाद लॉकडाउन में गई मां की नौकरी, 14 साल का लड़का बहनों को पढ़ाने के लिए बेचने लगा चाय
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस मार्च में भारत में भी फैलना शुरू हो गया था। जिस वजह से केंद्र सरकार को लॉकडाउन का ऐलान करना पड़ा। करीब तीन महीने तक चले इस लॉकडाउन ने आम आदमी को हिला कर रखा दिया। हजारों कंपनियां बंद हुईं और करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए। इस बीच मुंबई में रहने वाली एक महिला ने भी नौकरी खो दी, जिस वजह से अब उसके 14 साल के बेटे ने जिम्मेदारी उठा ली है। जिसकी कहानी तेजी से वायरल हो रही।
12 साल पहले पिता की मौत
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में सुभान नाम का लड़का अपने परिवार के साथ सामान्य जीवनयापन कर रहा था। उसके पिता की मृत्यु 12 साल पहले हो गई थी। इस बीच लॉकडाउन की वजह से उसकी मां की नौकरी चली गई। जिस वजह से उसको अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी, लेकिन लगातार उसे अपनी बहनों की पढ़ाई की चिंता थी। वो चाहता था कि उसकी बहनें ऑनलाइन क्लास लेती रहें। जिस वजह से उसने एक बड़ा कदम उठाया।
कई इलाकों में बेचता है चाय
सुभान ने मुंबई के भेंडी बाजार इलाके में एक दुकान पर चाय बनाना शुरू किया। इसके बाद वो उसे आस-पास के इलाकों में बेचने लगा। ये दुकान उसकी खुद की नहीं है, लेकिन परिवार और बहनों की पढ़ाई का खर्च किसी तरह से चल रहा है। सुभान के मुताबिक उसकी मां एक स्कूल बस में सहायिका थीं। लॉकडाउन के बाद स्कूल बंद हुए, जिस वजह से मजबूरी में उसे ये कदम उठाना पड़ा। उसने पढ़ाई छोड़ दी है, अगर हालात सामान्य हुए तो वो फिर से पढ़ाई शुरू करेगा।
रोजाना हो रही 300 तक की कमाई
सुभान ने आगे कहा कि वो नागपाड़ा, भेंडी बाजार समेत आसपास के इलाकों में चाय बेचता है। इससे वो रोजाना 300-400 रुपये तक कमा लेता है। इन रुपयों को इकट्ठा करके वो अपनी मां को देता है। साथ ही थोड़ी बचत भी करता है। सुभान के संघर्ष की कहानी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि इसकी भी मदद को लोग सामने आएंगे। इससे पहले दिल्ली में स्थित बाबा का ढाबा के बुजुर्ग दंपत्ति की स्टोरी वायरल हुई थी, जिनका लॉकडाउन की वजह से धंधा चौपट हो गया था। बाद में बड़ी संख्या में लोग उसकी मदद को आगे आए थे।