NTPC में करोड़ों का घोटाला, सीबीआई ने CISF और अधिकारियों के खिलाफ दर्ज FIR कोर्ट को सौंपी
नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 4.20 करोड़ की टीएमटी सरिया के गबन के मामले में बिहार में पटना जिले के बाढ़ स्थित एनटीपीसी और केंद्रीय औद्योगिक पुलिस बल (सीआईएसएफ) के अधिकारियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को विशेष अदालत को सौंप दी है। सीबीआई की ओर से सौंपे गए प्राथमिकी के आधार पर न्यायालय में विशेष मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सीबीआई ने यह केस भारतीय दंड विधान और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की अलग-अलग धाराओं मे दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह घोटाला 2007 से 2016 के बीच हुआ था। जिसमें लाखों रुपए का सरिया ट्रप पर चोरी छिपे नकली पास पर निकाला जा रहा हथा। जब यह मामला सामने आया था तब पंडारक के तत्कालीन थाना प्रभारी ने इस मामले में 51/14 कांड संख्या में दर्ज किया था। जिसमें ट्रक चालक गौरी शंकर ठाकुर आसनसोल निवासी सहित चार लोगों पर धारा 379,411,34 के तहत केस दर्ज किया गया था।
यह मामला तब सामने आया जब लाखों रुपए की सरिया एनटीपीसी के मेटेरियल गेट के निकट पकड़ाया था। सूत्रों की माने तो एनटीपीसी से नकली पास के जरिए 953.713 टन टीएमटी सरिया गैरकानूनी तरीके से स्टील यार्ड से बाहर भेजा गया था। इस सरिया की कीमत लगभग 4 करोड़ 20 लाख बताई गई है। अधिकारी फिलहाल इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं लेकिन अब सीबीआई ने जांच शुरू की है तो जल्द ही इसको लेकर सच्चाई सामने आ सकती है।
लेकिन इस मामले में सवाल यह उठ रहा है कि नकली गेट पास के जरिए करोड़ों रुपए का सरिया बाहर करने में अधिकारियों की भी मिलीभगत हो सकती है। क्योंकि बिना अधिकारियों की जानकारी के ट्रक का ट्रक सरिया गेट से बाहर चला जाए ऐसा कैसे हो सकता है। खैर अब सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है तो जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।
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