देश में मजे से रह रहे अल्पसंख्यक, इस्लामोफोबिया के नाम पर हो रही भारत को बदनाम करने की साजिश: मुख्तार अब्बास नकवी
इस्लामोफोबिया के नाम पर हो रही भारत को बदनाम करने की साजिश: नकवी
नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि भारत में इस्लामोफोबिया और मुस्लिमों के खिलाफ माहौल की बातों में कोई सच्चाई नहीं है। अपने एक ब्लॉग में नकवी ने मंगलवार को कहा है कि देश में अल्पसंख्यक तरक्की कर रहे हैं और मौजूदा सरकार में हर जगह बराबर के भागीदार हैं। ऐसे में इन इस्लामोफोबिया की बातों में कोई सच नहीं है।
मुख्तार अब्बास नकवी का ब्लॉग
हाल
के
दिनों
में
अल्पसंख्यकों
खासतौर
से
मुसलमानों
के
खिलाफ
माहौल
को
लेकर
ना
सिर्फ
देश
बल्कि
अरब
देशों
में
भी
कई
लोगों
ने
लिखा
है।
कोरोना
वायरस
के
फैलने
के
बाद
कई
ऐसी
घटनाएं
सामने
आई,
जिनकी
बुनियाद
पर
मुसलमानों
को
निशाना
बनाए
जाने
की
बात
कहते
हुए
कई
संगठनों
ने
सरकार
उससे
जुड़े
लोगों
पर
इस्लामोफोबिया
का
शिकार
होने
का
आरोप
लगाया
है।
इस
सब
के
बीच
नकवी
ने
'इस्लामोफोबिया-बोगस
बैशिंग
ब्रिगेड
की
बोगी'
शीर्षक
से
ब्लॉग
लिखा
है।
ब्लॉग
में
नकवी
ने
कहा
है
कि
मोदी
सरकार
में
सभी
का
विकास
हो
रहा
है।
इसे
देश
का
'मोदी
फोबिया
क्लब'
हजम
नहीं
कर
पा
रहा
है
और
इसलिए
यह
क्लब
असहिष्णुता,
सांप्रदायिकता
और
अल्पसंख्यकों
के
साथ
भेदभाव
की
मनगढ़ंत
बाते
कर
रहा
है।
नकवी
ने
अपने
लेख
में
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
की
तारीफ
करते
हुए
मौजूदा
सरकार
की
ओर
से
अल्पसंख्यकों
के
लिए
चलाई
जा
रही
योजनाओं
और
इनसे
हो
रहे
लाभ
का
भी
जिक्र
किया
है।
भारत को बदनाम किया जा रहा
नकवी का कहना है, कुछ लोग भारत को बदनाम करने और हिंदुस्तान की 'सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया' के संकल्प पर चोट पहुंचाने की घटिया साजिश में लग गए हैं। यह वो लोग हैं जो नरेंद्र मोदी के काम के तरीके और देश की समावेशी प्रगति को हजम नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा है कि मोदी के कार्यकाल में इस्लामी देशों के साथ के आजादी के बाद से अब तक के सबसे ज्यादा दोस्ताना और करीबी रिश्ते बने हैं। यहां तक कि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, अफगानिस्तान और कई अन्य देशों ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने सबसे बड़े नागरिक सम्मान से नवाज चुके हैं।
पहले भी कह चुके नकवी ये बात
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इससे पहले कहा था कि भारत मुसलमानों के लिए जन्नत जैसा है। देश में अल्पसंख्यकों के सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक और हर तरह के अधिकार सुरक्षित हैं। मुसलमान या दूसरे अल्पसंख्यकों को देश में किसी तरह से कमतर नहीं देखा जाता है। नकवी ने अप्रैल में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) के भारत में मुसलमानों को निशाना बनाए जाने की बात करते हुए सरकार की आलोचना और अल्पसंख्यकों के हितों को लेकर चिंता जताए जताए जाने पर ये बात कही थी।