18 महीने में कर्ज मुक्त हो जाएगी रिलायंस, मुकेश अंबानी ने बताया पूरा प्लान
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया है। मुकेश अंबानी ने कंपनी को 18 महीने के भीतर ऋण मुक्त करने की योजना पेश की है। इसके लिए कंपनी अपने तेल और रसायन कारोबार में सऊदी अरामको और ईंधन खुदरा कारोबार में ब्रिटेन की बीपी को हिस्सेदारी देकर धन जुटाएगी।
कंपनी की 42वीं वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि हमें इस वित्त वर्ष में सऊदी अरामको और बीपी के साथ डील पूरी हो जाने की उम्मीद है। इस डील के बाद कंपनी को 1.15 लाख करोड़ रुपए का निवेश मिलने की उम्मीद है। बता दें कि रिलायंस ने पिछले पांच साल में करीब 5.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने घोषणा की कि आने वाले कुछ तिमाहियों में उसकी दूरसंचार इकाई जियो (जियो) और खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल वैश्विक साझेदारियां करेंगी।
वहीं, आने वाले पांच सालों के भीतर इन दोनों कंपनियों को सूचीबद्ध कराया जायेगा। अंबानी ने कहा कि हम इस साल शून्य ऋण वाली कंपनी होने का लक्ष्य पूरा कर लेंगे। वह अपने शेयर धारकों को विश्वास दिलाते हैं कि वह उन्हें अच्छा लाभांश, समय-समय पर बोनस निर्गम और अन्य लाभ उपलब्ध कराते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले साल रिलायंस पर 1,54,478 करोड़ रुपये का शुद्ध ऋण था।
इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कई और बड़े ऐलान किए हैं। उन्होंने ऐलान किया कि जियोफाइबर नामक एक नई ब्रॉडबैंड सेवा 5 सितंबर से शुरू होगी। इस ब्रॉडबैंड की न्यूनतम गति 100 एमबीपीएस मिलेगी और इसके लिए ग्राहकों को 700 रुपए महीने देने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि Jio अगले एक साल में दुनिया के सबसे बड़े ब्लॉकचेन नेटवर्क में से एक भारत में स्थापित होगा।
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