रामगोपाल यादव ने कहा- सांसदों का निलंबन किया जाए रद्द, 'मैं मांगता हूं सांसदों की गलती के लिए माफी'
नई दिल्ली। कृषि बिल से जुड़े विधेयक का विरोध लगातार जारी है, इसी बीच राज्यसभा से निलंबित आठ सांसदों का मामला तूल पकड़ चुका है। मंगलवार को राज्यसभा में हंगामे के बीच समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग की। रामगोपाल यादव ने कहा कि, 'विपक्ष के लोगों से गलती हुई है और जो बड़े होते हैं, उनका दिल बड़ा होना चाहिए। उन्हें माफ करना चाहिए। उनका निलंबन रद्द किया जाए। मैं सभी सांसदों की तरफ से माफी मांगता हूं।'
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दरअसल, रविवार (20 सितंबर) को सदन में हंगामा करने और उपसभापति हरिवंश से बदसलूकी के लिए आठ सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था। जिसके बाद सांसदों ने रातभर गांधी प्रतिमा के सामने बैठकर धरना दिया। इसको लेकर राज्सभा में मंगलवार (22 सितंबर) को भी हंगामा जारी है। सभापति नायडू ने हंगामे पर नाराजगी जताते हुए कहा, मैं भी सांसदों के निलंबन को लेकर खुश नहीं हूं। लेकिन उनके आचरण को लेकर कार्रवाई की गई है। हमारे मन में किसी भी सदस्य के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं है।
आज
का
अखबार
उठाकर
देखना
चाहिए:
नायडू
राज्यसभा
के
सभापति
एम.वेंकैया
नायडू
ने
कहा,
आप
लोगों
को
जरा
आज
का
अखबार
उठाकर
देखना
चाहिए।
उन
सासंदों
(सस्पेंड)
ने
मीडिया
से
बात
में
न
सिर्फ
अपनी
हरकत
को
जस्टिफाई
किया
है
बल्कि
कहा
कि
इसमें
गलत
क्या
था।
एम.वेंकैया
नायडू
ने
कहा,
किसी
भी
मुद्दे
पर
डिविजन
मांगना
आपका
संवैधानिक
अधिकार
है
लेकिन
वेल
में
आने
के
बजाय
आप
सीट
से
भी
ये
काम
किया
जा
सकता
था।
अगर
आपको
लगता
है
कि
उपसभापति
ने
आपकी
पूरी
बात
नहीं
सुनी
तो
आप
मेरे
पास
भी
आ
सकते
हैं,
लेकिन
इस
तरह
की
हरकत
सदस्यों
को
बिल्कुल
शोभा
नहीं
देती।
गुलाम
नबी
आजाद
बोले-
जो
भी
हुआ
उससे
कोई
खुश
नहीं
राज्यसभा
सांसद
गुलाम
नबी
आजाद
ने
कहा,
पिछले
दो
दिनों
में
जो
सदन
में
हुआ
मुझे
नहीं
लगता
कि
उससे
कोई
भी
खुश
है...करोड़ों
लोगों
को
जो
रिप्रेजेंट
करते
हैं
उन्हें
करोड़ों
लोग
देखते
हैं।
जो
लक्ष्य
है
यहां
आने
का
वो
तो
पूरा
होना
चाहिए।
गुलाम
नबी
आजाद
ने
कहा,
जब
तक
हमारे
सांसदों
के
संस्पेंशन
को
वापिस
नहीं
लिया
जाता
और
किसान
के
बिलों
से
संबंधित
हमारी
मांगों
को
नहीं
माना
जाता
विपक्ष
सत्र
से
बायकॉट
करती
है।
उप
सभापति
हरिवंश
रखेंगे
एक
दिन
का
उपवास
राज्यसभा
के
उप
सभापति
हरिवंश
20
सितंबर
को
कृषि
विधेयकों
के
पारित
होने
के
दौरान
विपक्षी
सांसदों
द्वारा
किए
गए
अनियंत्रित
व्यवहार
के
खिलाफ
24
घंटों
के
लिए
उपवास
रखेंगे।
उन्हों
पत्र
लिखकर
इस
बात
का
ऐलान
किया
है।
तो
वहीं,
आज
सुबह
उप-सभापति
जो
सांसद
धरने
पर
बैठे
हैं
उनके
लिए
खुद
चाय
लेकर
गए।