विकास दुबे एनकाउंटर: MP मंत्री के बयान पर हंगामा, योगी-शिवराज पर की विवादित टिप्पणी
नई दिल्ली। कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। अब इसे लेकर मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने एक बयान दिया है, जिसपर विवाद बढ़ता जा रहा है। दरअसल तुलसीराम सिलावट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कथित तौर पर 'समाज के लिए कलंक' कह रहे हैं।
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वीडियो में क्या कहा?
मंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह इसे तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है। उनका कहना है, 'ये कांग्रेस की करतूत है और मैं इसके खिलाफ कार्रवाई करूंगा।' इस वीडियो में विकास दुबे के मारे जाने की खबर वाले सवाल पर सिलावट स्थानीय संवाददाताओं से कहते हैं, 'देश के प्रधानमंत्री, मध्यप्रदेश के ओजस्वी मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, ऐसे लोग समाज के लिए कलंक हैं। ये सरकार की जिम्मेदारी है कि ऐसे लोगों के साथ क्या करना है और जो घटना घटी है, यह हमारे समाज के लिए प्रेरणा भी है कि ऐसे लोगों को, जो भी यह कृत्य करे, उन्हें उसकी सजा मिलनी चाहिए।'
'मैं कानूनी कार्रवाई करूंगा'
अपने बयान पर सिलावट ने सफाई देते हुए कहा, 'समाज के लिए अपराधी विकास दुबे कलंक था, उसके खिलाफ जो कार्रवाई हुई है, इसके लिए मैंने प्रधानमंत्री, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री को धन्यवाद किया था। लेकिन कांग्रेस मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश कर रही है, इसके खिलाफ मैं कानूनी कार्रवाई करूंगा।' आपको बता दें सिलावट ने मार्च महीने में कांग्रेस के विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।
विकास दुबे उज्जैन से हुआ था गिरफ्तार
बता दें विकास दुबे को गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैस से गिरफ्तार किया गया था। शुक्रवार सुबह उसे यहां से कानपुर ले जाने वाली एसटीएफ के काफिले की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस दौरान विकास दुबे ने एसटीएफ के पुलिसकर्मियों की पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस टीम ने विकास दुबे पर जवाबी फायरिंग की। इस एनकाउंटर में एक गोली विकास को लगी और वो गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके बाद अस्पताल ले जाते वक्त ही उसने दम तोड़ दिया, पुलिस ने उसकी मौत की अधिकारिक पुष्टि भी की।
कई दिनों से तलाश में जुटी थी पुलिस
पुलिस कई दिनों से इस कुख्यात आरोपी की तलाश में जुटी थी। एक दिन पहले ही विकास दुबे जब उज्जैन के महाकाल मंदिर जा रहा था, तब उसे एक सुरक्षाकर्मी ने पहचान लिया। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई, इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। बता दें कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों से मुठभेड़ में डीएसपी देवेंद्र मिश्र समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। तभी से पुलिस इनकी तलाश में जुटी थी।
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विकास
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