"लद्दाख को जो 71 साल में नहीं मिल पाया, वो मोदी के नेतृत्व में मिला"
लेह। बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में लद्दाख की पहली वर्षगांठ के अवसर पर समारोह आयोजित किया गया। जिसमें सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख के लोगों की आकांक्षाएं पूरी हो गई हैं। धारा 370 के हटाए जाने की पहली वर्षगांठ के बारे में बोलते हुए नामग्याल ने कहा, यह लद्दाख और पूरे भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। पिछले साल 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 और 35-ए को निरस्त कर दिया गया था । जम्मू और कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था।
नामग्याल ने कहा, COVID महामारी को ध्यान में रखते हुए पहली वर्षगांठ पर सभी क्षेत्रों में हम प्रोटोकॉल और एसओपी का पालन करते हुए इस सालगिराह मना रहे हैं। हमने जिला मजिस्ट्रेट से अनुमति ली है और इस दिन को एक दूसरे की कामना करते हुए मनाया है। बीजेपी सांसद ने कहा कि, पिछले एक साल में, लद्दाख ने विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, होटल प्रबंधन संस्थान के रूप में कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
उन्होंने का कि, पिछले वित्तीय वर्ष में और चालू वित्त वर्ष के साथ इसे मिलाकर, 11,000 करोड़ रुपये का बजट जो कि यूटी लद्दाख को मिला और उसके साथ हमने विशेष विकास पैकेज (एसडीपी) बनाया है। बीजेपी सांसद ने कहा कि मिशन ऑर्गेनिक डेवलपमेंट इनिशिएटिव में हमारे पास लेह के लिए 250 करोड़ रुपये और कारगिल के लिए 250 करोड़ रुपये हैं। लेह और कारगिल दोनों के लिए लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद में हमारे पास 200 करोड़ रुपये से अधिक है।
नामग्याल ने कहा, पिछले 71 वर्षों में लद्दाख को जो नहीं मिला, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले एक साल में मिला। बता दें कि, केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से 5 अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 के प्रावधानों को समाप्त कर दिया था। अमित शाह ने संसद में इसकी घोषणा की थी। जिसके बाद 31 अक्टूबर 2019 को दो नए केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अस्तित्व में आ गए।
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