'कृषि कानूनों की वापसी की तरह, धारा 370 भी हो बहाल', संसद में फारूक अब्दुल्ला ने उठाई मांग
नई दिल्ली, 30 नवंबर: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। सत्र से पहले दिन विपक्ष के हंगामे के बीच दोनों सदनों में कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 पारित किया गया। वहीं आज दूसरे दिन भी सदन में हंगामा देखने को मिला। विपक्षी दलों ने राज्यसभा के 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग करते हुए संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। तो दूसरी तरफ एक बार फिर संसद में धारा 370 की गूंज सुनाई दी।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को संसद में फिर से कश्मीर से धारा 370 बहाल करने की मांग उठाई। फारूक अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 को लेकर संसद में अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर कश्मीर में सामान्य स्थिति लानी है, तो धारा 370 को बहाल करना होगा।
If normalcy is to be brought in Kashmir, then Article 370 has to be reinstated: National Conference MP Farooq Abdullah at the Parliament in Delhi pic.twitter.com/0IunV1gUMC
— ANI (@ANI) November 30, 2021
संसद में फारूक अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसदों ने जम्मू-कश्मीर में लिए गए फैसलों को कृषि कानूनों की तरह वापस लेने की मांग की है। इससे पहले जब केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था, तब भी फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि जिस तरह सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लिया है, उसी तरह अनुच्छेद 370 को भी बहाल कर देना चाहए। हाल ही में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 370 बहाल करने और पूर्ण राज्य का दर्जा वापस लेने की मांग उठाई थी।
कश्मीर को साथ रखना है तो आर्टिकल 370 बहाल करे भारत सरकार: महबूबा मुफ्ती
बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब फारूक अब्दुल्ला ने धारा 370 को लेकर संसद में बयान दिया हो, इससे पहले भी कई बार वो कश्मीर से आर्टिकल 370 को फिर से लागू करने की अपनी मांग कर चुके हैं। इसके पीछे वो लगातार घाटी के हालातों और जनता के दिल की बातों का हवाले देते रहे हैं। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटा दिया था। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में दो अलग-अलग राज्यों में बांट दिया था।