इमरती देवी पर कमल नाथ की टिप्पणी से मचा बवाल, CM शिवराज ने सोनिया गांधी को लिखी चिठ्ठी
नई दिल्ली। एमपी में इस वक्त पूर्व सीएम कमलनाथ को लेकर बवाल मचा हुआ है, एमपी उपचुनाव के बीच भाजपा नेता इमरती देवी के ऊपर की गई अपनी विवादित टिप्पणी को लेकर अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिठ्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने सोनिया गांधी से पूछा है कि टिप्पणी मामले में कमलनाथ पर क्या एक्शन लिया गया?
अपने पत्र में सीएम ने लिखा है कि सोनिया जी आप बहन भी, मां भी और बेटी भी हो, क्या ऐसी बहन पर टिपण्णी शोभा देती है? क्या आपके नेता और प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दी गई टिपण्णी से आप अवगत नहीं हैं? क्या गरीब बहन की कोई इज्जत नहीं? सोनिया जी मैं आपसे पूछना चाहता हूं, क्या आप ऐसे निर्लज्ज नेता को पार्टी से निकालेंगी, क्या कार्यवाही करेंगी? मुझे लगा था कि कमलनाथ जी माफी मांगेंगे लेकिन वो तो हमें आइटम का मतलब समझा रहे हैं, मैं किसी भी बहन की बेइज्जती बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं, आपको को तुरंत उनको पार्टी के सभी पदों से बर्खास्त कर देना चाहिए।
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धरने पर बैठे शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया
आपको बता दें कि चिठ्ठी से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान भोपाल में दो घंटे के लिए मूक प्रदर्शन करते हुए धरने पर भी बैठे थे तो वहीं, इंदौर में भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ के बयान को लेकर धरना दिया है। धरने पर बैठते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ की टिप्पणी बेहद अपमानजनक है और वो महिलाओं का ऐसा अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को एक चुनावी रैली में भाजपा नेता इमरती देवी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। अपने भाषण में उन्होंने इमरती देवी के लिए 'आइटम' शब्द का इस्तेमाल किया, जिसे लेकर भाजपा ने उन्हें निशाने पर ले लिया
'वो कमल नाथ नहीं कलंक नाथ हैं'
कमलनाथ की टिप्पणी के बाद एबीपी न्यूज चैनल से बात करते हुए इमरती देवी फूट-फूटकर रोईं और उन्होंने कहा कि मैं एक महिला हूं, और गरीब दलित घर से आती हूं, घर का चूल्हा चौका करते हुए मैं आज राजनीति कर रही हूं, अगर ऐसा है तो क्या मेरा हक नहीं है राजनीति करने का, कमलनाथ कहते हैं कि महिला राजनीति नहीं कर सकती, अगर वो महिलाओं के लिए ऐसे बोलते हैं तो कमल नाथ नहीं कलंकनाथ हैं, जब मैं उनकी पार्टी में रही तो मैं उन्हें बड़े भाई का दर्जा देती थी. मैं उनके पैर छुआ करती थी लेकिन अब उन्होंने मेरे लिए जो बात कही है, इसके बाद मैं उन्हें राक्षस मानती हूं
कमल नाथ ने दी सफाई
हालांकि विवाद बढ़ते देख कमलनाथ ने सफाई दी है कि सीएम शिवराज जी आप कह रहे हैं कमलनाथ ने आइटम कहा है, हां मैंने आइटम कहा है क्योंकि यह कोई असम्मानजनक शब्द नहीं है, मैं भी आइटम हूं आप भी आइटम है और इस अर्थ में हम सभी आइटम है। लोकसभा और विधानसभा में कार्यसूची को आइटम नंबर लिखा जाता है, क्या यह असम्मानजनक है?
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