भारी भरकम चालान से बचा सकता है स्मार्टफोन का 'स्मार्ट' इस्तेमाल, जानिए कैसे
नई दिल्ली। 1 सितंबर से पांच राज्यों को छोड़कर पूरे देश में मोटर वाहन संशोधन कानून, 2019 के 63 प्रावधानों को लागू कर दिया गया है। हर वाहन चालक को सिर्फ एक ही डर सता रहा है और वो है भारी भरकम चालान का। हर कोई वाहनों के कागजात साथ लेकर चल रहा है। ऐसे में अगर एक भी पेपर भूलना महंगा पड़ सकता है। तो हम आपको बता रहे हैं एक ऐसा उपाय जिससे अपनाने के बाद कागजात साथ लेकर चलने की जरूरत ही खत्म हो जाएगी। जी हां अब डिजिटल लॉकर आपकी सभी परेशानियों को दूर कर देगा। ड्राइविंग लाइसेंस और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट्स को डीजी लॉकर में रखा जा सकता है बर्शते आपने अपना डिजिटल लॉकर बनाया हुआ हो।
स्मार्टफोन पर कहीं भी खोलिए डिजिटल लॉकर और दिखा दीजिए आरस-लाइसेंस
डीजी लॉकर ( डिजिटल लॉकर) में नए दस्तावेजों के अलावा पुराने कागजात भी अपलोड किए जा सकते हैं। इसके बाद आप कहीं भी अपने मोबाइल पर लॉकर खोलकर अपने दस्तावेज संबंधित अधिकारी या चालान से बचने के लिए अपने आरसी और ड्राइविंग लाइसेंस दिखा सकते हैं। डिजिटल लॉकर बनवाने के पीछे सरकार की मंशा पारदर्शिता के साथ ही कागज की बचत भी करना है। खासतौर पर किसी दस्तावेज को कई जगह मांगे जाने पर अलग-अलग भेजने की जरूरत नहीं होगी। केवल डिजिटल लॉकर के एक लिक शेयर करने से ही काम हो जाएगा।
जानिए क्या है डिजिटल लॉकर
डिजिटल लॉकर एक तरह का वर्चुअल लॉकर है। इस सुविधा को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार साल पहले जुलाई 2015 में लॉन्च किया था। यह लॉकर प्रत्येक नागरिक की आधार संख्या से जुड़ा हुआ है। डिजिटल लॉकर में ई-साइन की सुविधा भी है। जिसका उपयोग डिजिटल रूप से हस्ताक्षर करने के लिए किया जा सकता है। यह अलग बात है कि इससे जुड़े नियमों को 2017 में नोटिफाई किया गया था। इसके बाद परिवहन मंत्रालय की ओर से कहा जा चुका है कि एक बार लॉकर में अपने डाक्यूमेंट अपलोड करने के बाद उन्हें अपने पास हर समय रखने की जरूरत नहीं होती है। संबंधित अधिकारियों मसलन परिवहन विभाग और यातायात विभाग के अधिकारियों के मांगे जाने पर आप इसे दिखाकर अपना काम चला सकते हैं। अधिकारी को इसे मान्यता देना होगा, क्योंकि सरकार इसे मान्य करार दे चुकी है।
कैसे बनाये डीजी लॉकर
आप भी अगर लॉकर खोलना चाहते हैं तो यह बहुत आसान है, बस आपको http://digitallocker.gov.in/ लागइन करना होगा, उसके बाद आपको आईडी बनानी होगी। उसके बाद आपको आधार कार्ड नंबर लॉग इन कर दीजिये। उसके बाद आपसे जुड़े कुछ सवाल आपसे पूछे जायेंगे जिसके बाद आपका अकाउंट बन जायेगा और उसके बाद आप उसमें सारे निजी दस्तावेज डाउनलोड कर दीजिये, जो हमेशा के लिए उसमें लोड हो जायेगा। आपका लाग इन आईडी और पासवर्ड आपका अपना होगा जिसे आप कहीं भी खोल सकते हैं।
डीजी लॉकर में कौन-कौन से डॉक्यूमेंट रखे जा सकते हैं?
- डीजी लॉकर ने UIDAI के साथ साझेदारी की है ताकि आधार कार्ड नंबर इसमें रखा जा सके। डिजिटल आधार की अहमियत भी ई-आधार के बराबर ही है।
- डीजी लॉकर क्लाउड बेस्ड प्लेटफॉर्म है जहां आप अपने सभी डॉक्यूमेंट रख सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म ने मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे के साथ भी समझौता किया है। लिहाजा आप अपने डिजिलॉकर में ड्राइविंग लाइसेंस और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी रख सकते हैं।
- डीजी लॉकर में यूजर्स पैन कार्ड भी सेव करके रख सकते हैं। जरूरत पड़ने पर सब्सक्राइबर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से रियल टाइम पैन वैरिफिकेशन रिकॉर्ड दिखा सकते हैं।
- डिजिलॉकर की पार्टनरशिप CBSE के साथ भी है। इसका मतलब है कि आप अपने मार्क्सशीट भी इसमें सेव करके रख सकते हैं। ये मार्कशीट रजिस्टर्ड और नॉन-रजिस्टर्ड CBSE स्टूडेंट्स एक्सेस कर सकते हैं।