गाड़ी में पिछली सीट पर बेल्ट ना लगाने पर कटेगा कितने का चालान? जानिए
इस बीच वाहन चालकों के मन में एक सवाल और उठ रहा है कि क्या गाड़ी में पिछली सीट पर बैठे लोगों को भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है?
नई दिल्ली। मोटर व्हीकल एक्ट के नए प्रावधान लागू होने के बाद वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर यातायात पुलिस का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। मंगलवार को राजस्थान के एक ट्रक चालक का ओवरलोडिंग को लेकर 1 लाख 41 हजार रुपए का चालान काटा गया। नए मोटर व्हीकल एक्ट के नियम लागू होने के बाद यह अभी तक का सबसे भारी भरकम चालान है। इससे पहले ओडिशा में एक ट्रक ड्राइवर पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर 86500 रुपए का भारी जुर्माना लगाया गया था। इस बीच वाहन चालकों के मन में एक सवाल और उठ रहा है कि क्या गाड़ी में पिछली सीट पर बैठे लोगों को भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है? आइए जानते हैं कि इसे लेकर मोटर व्हीकल एक्ट में क्या प्रावधान है?
पिछली सीट पर सीट बेल्ट पहनने का नियम पहले से
सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स के मुताबिक, 2014 में एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था, जिसमें गाड़ी की पिछली सीट पर बैठे लोगों के लिए भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य किया गया था। 2015 में इस प्रावधान को लागू कर दिया गया। अभी तक इस नियम का उल्लंघन करने पर 500 रुपए के जुर्माने का प्रावधान था। नए मोटर व्हीकल एक्ट में गाड़ी की पिछली सीट पर बैठे लोगों के सीट बेल्ट ना पहनने पर जुर्माना राशि को बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया गया है। यानी गाड़ी की पिछली सीट पर सीट बेल्ट पहनने का नियम पहले से था, अब इस नियम का उल्लंघन करने पर जुर्माना राशि को बढ़ा दिया गया है।
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इस नियम में एक छूट भी है
हालांकि इस नियम में एक छूट भी दी गई है। दरअसल यह नियम केवल उन्हीं वाहन चालकों पर लागू होगा, जिनकी गाड़ी में वाहन निर्माता कंपनी ने पिछली सीट पर सीट बेल्ट की सुविधा दी हुई है। आपको बता दें कि एंट्री लेवल की गाड़ियों में पिछली सीट पर सीट बेल्ट नहीं होती। ऐसी स्थिति में यह नियम एंट्री लेवल की गाड़ियों के चालकों पर लागू नहीं होगा। बड़ी गाड़ियों में पिछली सीटों पर सीट बेल्ट की सुविधा होती है। हालांकि सेक्शन 125(1ए) के मुताबिक कार निर्माता कंपनी को अपनी गाड़ियों में पिछली सीट पर सीट बेल्ट की सुविधा देना जरूरी है। इस मामले में ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि पिछली सीट पर बैठे लोगों को सीट बेल्ट ना लगाना काफी रिस्की हो सकता है।
महज 100 रुपए में रद्द करा सकते हैं चालान
मोटर व्हीकल एक्ट में एक नियम ऐसा भी है, जिससे आप महज 100 रुपए में अपना हजारों रुपए का चालान रद्द करा सकते हैं। ट्रैफिक नियमों के मुताबिक, सड़क पर वाहन चलाते समय अगर आपके पास आपका ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी), इंश्योरेंस, पोल्यूशन सर्टिफिकेट और परमिट नहीं है तो आपका चालान काटा जा सकता है। लेकिन... मोटर व्हीकल एक्ट के नियम 139 में प्रावधान है कि वाहन चालक को अपनी गाड़ी से संबंधित ये कागजात पेश करने के लिए 15 दिन का समय दिया जाएगा। यानी अगर आपका चालान कट जाता है तो आप 15 दिनों के भीतर अपनी गाड़ी के कागजात संबंधित विभाग में चेक करवाकर अपना चालान माफ करवा सकते हैं। हालांकि इस नियम में शर्त यह है कि सभी कागजात चालान कटने से पहले की तारीख के बने होने चाहिएं। इस प्रक्रिया के लिए आपको प्रति दस्तावेज 100 रुपए का शुल्क देना होगा।
ऑनलाइन चालान चेक करना बेहद आसान
इसके अलावा कई बार हमें पता भी नहीं चलता और गलती से कोई ट्रैफिक नियम तोड़ने पर हमारे नाम पर चालान इश्यू हो जाता है। ऐसे में आप आसानी से ऑनलाइन चेक कर सकते हैं कि कहीं आपके नाम पर कोई चालान तो पेंडिंग नहीं है। यह चेक करने के लिए सबसे पहले परिवहन विभाग की वेबसाइट https://echallan.parivahan.gov.in/ पर जाएं। वेबसाइट पर जाने के बाद आपको एक छोटी सी विंडो दिखेगी, जिसमें Get Challan Details के ऑप्शन पर क्लिक करें। इसपर क्लिक करने के बाद आप अपने वाहन के नंबर या ड्राइविंग लाइसेंस के नंबर से किसी एक विकल्प को चुनकर अपनी डिटेल भरें। वाहन या ड्राइविंग लाइसेंस के नंबर के साथ आपको कैप्चा कोड भी भरना होगा। इसके बाद Get Detail पर क्लिक करें और आपको पता चल जाएगा कि आपके नाम पर कोई चालान है या नहीं। अगर आपके नाम पर कोई चालान है तो आप यहीं पर इसे ऑनलाइन भी भर सकते हैं।
ट्रैफिक नियम तोड़ने पर कितना बढ़ा जुर्माना
ट्रैफिक नियम ---------- पुराना जुर्माना ---------- नया जुर्माना
सामान्य
(धारा
177)
----------
100
रुपए
----------
500
रुपए
सीट
बेल्ट
----------
100
रुपए
----------
1000
रुपए
नशे
में
ड्राइविंग
----------
2000
रुपए
----------
10000
रुपए
सड़क
पर
रेस
लगाना
----------
500
रुपए
----------
5000
रुपए
बिना
लाइसेंस
गाड़ी
चलाना
----------
500
रुपए
----------
5000
रुपए
बिना
इंश्योरेंस
ड्राइविंग
----------
1000
रुपए
----------
2000
रुपए
टू-व्हीलर
पर
ओवरलोडिंग
----------
100
रुपए
----------
2000
रुपये,
3
महीने
के
लिए
लाइसेंस
अयोग्य
ओवर
स्पीडिंग
----------
400
रुपए
----------
हल्की
गाड़ियों
पर
1000
और
मध्यम
दर्जे
की
गाड़ियाों
पर
2000
रुपए
खतरनाक
ड्राइविंग
दंड
----------
1000
रुपए
----------
5000
रुपए
तक
अधिकारियों
के
आदेशों
की
अवहेलना
----------
500
रुपए
----------
2000
रुपए
बिना
लाइसेंस
अनाधिकृत
गाड़ी
चलाना
----------
1000
रुपए
----------
5000
रुपए
बिना
परमिट
की
गाड़ी
----------
5000
रुपए
तक
----------
10000
रुपए
तक
लाइसेंस
शर्तों
का
उल्लंघन
----------
कोई
नियम
नहीं
----------
25000
से
1
लाख
रुपए
ओवरलोडिंग
----------
2000
रुपए
----------
20000
रुपए
यात्रियों
की
ओवरलोडिंग
----------
कोई
नियम
नहीं
----------
1000
रुपए
प्रति
एक्सट्रा
यात्री
बिना
योग्यता
के
ड्राइविंग
----------
500
रुपए
----------
10000
रुपए
आपातकालीन
वाहनों
को
रास्ता
नहीं
देने
पर
----------
कोई
नियम
नहीं
----------
10000
रुपए
ओवरसाइज
वाहन
----------
कोई
नियम
नहीं
----------
5000
रुपए
जुवेनाइल
द्वारा
उल्लंघन
----------
कोई
नियम
नहीं
----------
संरक्षक
/या
मालिक
को
दोषी
माना
जाएगा,
3
साल
की
कैद
के
साथ
25000
रु
जुर्माना,
जेजे
एक्ट
के
तहत
जुवेनाइल
पर
मुकदमा
चलेगा
और
गाड़ी
का
पंजीकरण
रद्द
होगा
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